शेख ईसा क़ासिम को तुर्की देश निकाले की तैयारी
आले ख़लीफ़ा शासन, वरिष्ठ शिया धर्मगुरू शेख ईसा क़ासिम को बहरैन से देश निकाला देकर उन्हें तुर्की भेजने की तैयारी में है।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू शेख ईसा क़ासिम के प्रतिनिधि, शेख अब्दुल्लाह अद्दक्क़ाक़ ने रविवार को बताया है कि शेख ईसा क़ासिम को इराक़ के नजफ़ में देश निकाले पर आधारित आले ख़लीफ़ा शासन की मांग का इराक़ सरकार की ओर से कड़े विरोध के बाद अब उन्हें तुर्की देश निकाला देने की तैयारी चल रही है।
शेख अब्दुल्लाह अद्दक्क़ाक़ ने रविवार को ईरान में बताया है कि इराक़ी प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने आले ख़लीफ़ा शासन की इस मांग का कड़ा विरोध किया जिसके बाद यह शासन, शेख ईसा क़ासिम को तुर्की या फिर संयुक्त अरब इमारात देश निकाला देना चाहता है। उन्होंने कहा कि इस बात की पुष्टि हिज़बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने भी की है।
ईरान में शेख ईसा क़ासिम के प्रतिनिधि शेख अब्दुल्लाह अद्दक्क़ाक़ ने इस बात पर बल दिया कि शेख ईसा क़ासिम को हर स्थिति में अपने देश में रहने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि मैं उनके देश निकाले के निर्णय का खुलकर विरोध करता हूं।
ज्ञात रहे कि बहरैन के न्यायालय ने निराधार आरोप के आधार पर वरिष्ठ धर्मगुरू शेख ईसा क़ासिम को एक साल की सज़ा सुनाते हुए उनकी संपत्ति को ज़ब्त करने का भी आदेश दिया था। न्यायालय के इस आदेश के बाद बहरैनी सुरक्षाबलों ने इस देश की राजधानी मनामा के अद्देराज़ क्षेत्र में शेख ईसा क़ासिम के घर पर हमला कर दिया था जिसमें कम से कम 6 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए। इस संबन्ध में सुरक्षाबलों ने लगभग 300 लोगों को गिरफ़्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि बहरैन में 14 फरवरी 2011 से वहां के शासन के विरुद्ध जनान्दोलन जारी है। आन्दोलनकारियों की मांग है कि देश में अन्यायपूर्ण एवं भेदभावपूर्ण नीति को समाप्त करके लोकतंत्र की स्थापना की जाए और अन्याय को समाप्त किया जाए।