उत्तरी इराक़ में दाइश के क़ब्ज़े से आज़ाद कराए गए इलाक़ों पर पीशमर्गा फ़ोर्स का क़ब्ज़ा
इराक़ के पूर्व सेना प्रमुख का कहना है कि दाइश के क़ब्ज़े से आज़ाद कराए गए इलाक़ों से कुर्द पीशमर्गा फ़ोर्स बाहर नहीं निकलेगी।
इराक़ी सेना के पूर्व प्रमुख बाबकर ज़ीबारी ने कुर्द प्रेस से बात करते हुए कहा है कि दाइश के साथ युद्ध में पीशमर्गा ने जिन इलाक़ों को आज़ाद कराया है, उन इलाक़ों से उसके निकलने की मांग मूसिल अभियान से पहले किए गए समझौते का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश अपने हितों की रक्षा के लिए भविष्य में भी पीशमर्गा का समर्थन जारी रखेंगे।
ज़ीबारी ने कहा कि उत्तरी इराक़ में अभी भी 90 प्रतिशत विवादित इलाक़े पीशमर्गा फ़ोर्स के निंयत्रण में हैं, क्योंकि इस फ़ोर्स ने इन इलाक़ों को दाइश के क़ब्ज़े से आज़ाद कराया है।
ज़ीबारी का कहना था कि अरबील और बग़दाद के बीच होने वाले समझौते के मुताबिक़, जिन इलाक़ों में पीशमर्गा फ़ोर्सेज़ की तैनाती की गई है, उन इलाक़ों में शांति की स्थापना की ज़िम्मेदारी इसी फ़ोर्स की है।
इराक़ के पूर्व सेना प्रमुख ने आगे कहा, इराक़ के कुर्दिस्तान इलाक़े के अधिकारी बग़दाद के साथ वार्ता पर बल देते हैं और उनका मानना है कि विवादित क्षेत्रों का क़ानूनी समाधान निकाला जाए।
उन्होंने कहा कि विवादित इलाक़ों में कुर्दिस्तान इलाक़े की सीमाओं का निर्धारण इराक़ के संविधान के 140वें अनुच्छेद के मुताबिक़, एक सामान्य प्रक्रिया है। msm