इराक़ी सेना का कर्कूक पर नियंत्रण, कुर्दिस्तान का झंडा उतारा
इराक़ी सेना ने दक्षिणी कर्कूक से कुर्दिस्तान का झंड़ा उतार कर इराक़ी ध्वज लहरा दिया है।
इराक़ सैन्य सूत्रों ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की है कि दक्षिणी कर्कूक पूरी तरह से इराक़ी सेना के नियंत्रण में है और यहां की सरकारी इमारतों में लगे कुर्दिस्तान के झंडों को उतार कर इराक़ के राष्ट्रीय ध्वज को फहरा दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कुर्कूक, इराक़ का वह कुर्द क्षेत्र है जिसपर अरबील और बग़दाद के बीच विवाद है और अभी हाल ही में कुर्दिस्तान की पीशमर्गा फ़ोर्स ने उसको अपने नियंत्रण में ले लिया था।
इराक़ी सेना, कुर्दिस्तान के उन सीमावर्ती क्षेत्रों के बाहरी इलाक़ों में तैनात हो गई है जिन क्षेत्रों को इस समय पीशमर्गा बल अपने नियंत्रण में लिए हुए हैं। इराक़ी सेना, कर्कूक पर अपने नियंत्रण को और अधिक मज़बूत बनाने के उद्देश्य से दक्षिण कुर्कूक के कुछ क्षेत्रों में प्रवेश कर गई है।
इराक़ के सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि इस क़दम का उद्देश्य कुर्दिस्तान क्षेत्र के साथ विवादित क्षेत्रों में इराक़ की केंद्र सरकार की संप्रभुता को लागू करना है।
इससे पहले इराक़ी स्वयंसेवी बल के कमांडर और अलबद्र संगठन के महासचिव हादी अलआमेरी ने पीशमर्गा फ़ोर्स से अपील की थी कि वह इन क्षेत्रों से पीछे हट जाएं जिनपर उन्होंने कब्ज़ा कर रखा है।
याद रहे कि कुछ दिनों पहले इराक़ के कुर्दिस्तान क्षेत्र के अध्यक्ष मसूद बारेज़ानी ने इराक़ के स्वयंसेवी बलों का मुक़ाबला करने के उद्देश्य से ही पीशमर्गा फ़ोर्स को कुर्कूक प्रांत रवाना किया था। मसूद बारेज़ानी इराक़ी स्वयंसेवी बल को कुर्दिस्तान के इराक़ से अलग होने वाले जनमत संग्रह के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हैं।
ज्ञात रहे कि मसूद बारेज़ानी द्वारा अभी हाल ही में कराए गए तथाकथित जनमत संग्रह को इराक़ सकार ने देश की संप्रभुता के लिए ख़तरा बताते हुए कड़े शब्दों में निंदा की थी, इस तथाकथित जनमत संग्रह की पूरी दुनिया ने कड़ी निंदा की थी जबिक इस्राईल इसका समर्थन कर रहा है (RZ)