काबुल में मौत का तांडव, शीया मुसलमानों की टारगेट किलिंग शुरु, काबुल में घर से निकलना हुआ दूभर, तालेबान से जनता की अपील...वीडियो रिपोर्ट
(last modified Fri, 17 Dec 2021 10:40:26 GMT )
Dec १७, २०२१ १६:१० Asia/Kolkata

इन दिनों पश्चिमी काबुल में इन यात्री वैन्स पर सफ़र करना, चिंता का कारण है, लेकिन इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है, राजधानी के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाक़े में यात्रियों को लाने ले जाने का एक मात्र साधन यही वैन्स हैं।

कुछ महीने के अंतराल के बाद एक बार फिर पश्चिमी काबुल के शीया मुसलमानों की वैन्स को निशाना बनाने का क्रम शुरु हो गया, यही शैली अमरीका द्वारा अफ़ग़ानिस्तान पर क़ब्ज़े के समय शुरु हुई थी।

एक स्थानीय नागरिक का कहना है कि आतंकवादी शीया बाहुल्य इलाक़ों को सिस्टमैटिक ढंग से निशाना बना रहे हैं और यह सब अमरीका और पश्चिम की योजना है। कहते हैं कि आतंकवादी इन वैन्स में या तो मैगनेट बम चिपका देते हैं या यात्री के तौर पर ख़ुद गाड़ी में सवार होते हैं और गाड़ी में बम छिपा कर उतर जाते हैं, सैयद जाफ़र उन गवाहों में हैं जिन्होंने एक ही जगह पर तीन गाड़ियों को निशाना बनाते हुए देखा।

इन हमलों में मारे जाने वाले सारे के सारे आम नागरिक होते हैं, एसे हमलों में गाड़ी और यात्री पूरी तरह से जलकर राख हो जाते हैं, मगर यह कि इस तरह से सौभाग्यशाली हों और ख़ुद को मुक्ति दिलाएं, पश्चिमी काबुल में गाड़ियों में होने वापले इन सारे धमाकों की ज़िम्मेदारी दाइश ने स्वीकार की है, एक नागरिक का कहना है कि दाइश का गठन कैसे हुआ, दाइश को पश्चिम ने बताया और उसे सारी संभावनाओं से लैस रहा है ताकि वह अफ़ग़ानिस्तान में उसके लक्ष्यों को आगे बढ़ा सके।

पश्चिमी काबुल में शीया मुसलमानों की टारगेट किलिंग एसी हालत में जारी है कि अफ़ग़ानिस्तान में यद्ध समाप्त हो गया लेकिन इस तरह के धमाके, कुछ सवालों को खड़ा करते हैं।

 अफ़ग़ान नागरिक सैयद जाफ़र का कहना है कि अब लोग जागरूक हो चुके हैं, लोग युद्ध से थक चुके हैं और लोगों ने आपसी मतभेद को ख़त्म कर दिए हैं....इस क्षेत्र के निवास, अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर क़ब्ज़ा करने वाले तालेबान से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। एक नागरिक का कहना है कि वास्तव में तालेबान अगर सेवा ही करना चाहते हैं तो उन्हें इस मामले की समीक्षा करनी चाहिए।

अमरीका की उपस्थिति के काल में अफ़गानिस्तान में दाइश के नाम पर जो अपराध अंजाम दिए गये उसने पिछले दो दश्कों में सबसे त्रासदीपूर्ण दृश्य पेश किए, अफ़ग़ानिस्तान में हालिया दिनों में सुरक्षा और अर्थव्यवस्था जैसे विषयों पर ही चर्चा हो रही है, इस देश के दुश्मन, यहां से जाने के बावजूद भी इन्हीं दो विषयों को निशाना बनाए हुए हैं। (AK)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर  पर हमें फ़ालो कीजिए

टैग्स