जहां शेर है वहां न आओ, तुम्हें खा जाएंगे, यह जुमला जिसका है वह 7 महीने से ग़ायब है+ वीडियो रिपोर्ट
(last modified Fri, 04 Mar 2022 10:04:54 GMT )
Mar ०४, २०२२ १५:३४ Asia/Kolkata

यह अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद अशरफ़ ग़नी हैं, वह कहते हैं कि जहां शेर है वहां न आओ, तुम्हें खा जाएंगे

लेकिन जब मोटर साइकिल पर सवार तालेबान काबुल के दरवाज़े पर पहुंच गये तो यही वह थे जो अमरीका और पश्चिम के अरबों डालर के सैन्य उपकरणों को छोड़कर भाग गये थे, अशरफ़ ग़नी सात महीने से अभी तक सामने नहीं आए हैं।

उन्होंने अब तक केवल एक इंग्लिश रेडियो से बात करते हुए एक कड़वा सच बोला था और अफ़ग़ानिस्तान के भगौड़े राष्ट्रपति ने बताया था कि उनकी सबसे बड़ी ग़लती, अमरीका और ब्रिटेन पर विश्वास करना था। मेरी ज़िंदगी का कारनामा बर्बाद हो गया, मेरे जीवन का मूल्य तबाह हो गया और उन्होंने मेरी बलि चढ़ा दी।

इतिहास में उन सरकारों के बहुत से उदाहरण हैं जिन्होंने अमरीका और पश्चिम पर भरोसा किया, उनके साथ खड़े हुए, उनसे हाथ मिलाया और आख़िर में उनका तख़्ता उलट गया, इस विषय को अफ़ग़ान जनता दो दश्कों के अतिग्रहण के बाद अच्छी तरह समझ गये हैं। आज यहां इतिहास दोहराया जा रहा है, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति भी अमरीका और यूरोप पर विश्वास करने के बाद मैदाने जंग में अकेले रह गये।

आज मैने यूरोप के 27 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से पूछा कि क्या यूक्रेन नैटो के सदस्य बन जाएगा? लेकिन सभी डर गये, किसी ने जवाब नहीं दिया। अफ़ग़ानिस्तान के भगौड़े राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी अपनी सरकार के अंतिम दिनों में अमरीका गये थे और उन्होंने इस देश के राष्ट्रपति से मदद की गुहार भी लगाई थी।

उनकी मांग का कोई जवाब नहीं मिला, इतिहास में यह साबित है कि वह राजनेता जो अमरीका और यूरोप पर भरोसा करते हैं और उनसे दिल लगाए रहते हैं, उन्हें एक दिन कड़ुवे सच का सामना करना पड़ेगा। (AK)

 

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