रूस पर लगे प्रतिबंधों से यूरोप में बढ़ी ग़रीबी
हंगरी के प्रधानमंत्री ने कहा है कि रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण यूरोप में निर्धन्ता बढ़ी है।
फ़ार्य न्यूज़ के अनुसार विक्टर ओर्बन ने मंगलवार को कहा है कि रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का असर यह निकला कि यूरोप में मंहगाई के साथ ही निर्धन्ता बढ़ गई।
उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से इन प्रतिबंधों के उल्टे परिणाम सामने आए। हंगरी के प्रधानमंत्री ने यूरोपीय संघ से मांग की है कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए उसको चाहिए कि वह प्रतिबंधों के बारे में वाशिग्टन के साथ बैठकर विचार-विमर्श कर ले।
इससे पहले हंगरी के विदेशमंत्री पीटर सीज़ारटो ने रूस के विरुद्ध लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए यह कहा था कि इन प्रतिबंधों ने यूरोप को अधिक नुक़सान पहुंचाया है। इन्ही प्रतिबंधों के कारण आज यूरोपीय देशों में ऊर्जा के मूल्य आसमान छू रहे हैं। यूरोपीय संघ अबतक रूस के विरुद्ध 6 प्रकार के प्रतिबंध लगा चुका है। इन प्रतिबंधों के आधार पर सन 2022 तक यूरोपीय संघ के देशों की ओर से रूस से तेल और गैस के आयात पर प्रतिबंध रहेगा।
इन प्रतिबंधों की वजह से यूरोप में मंहगाई बढ़ गई है। इसके अतिरिक्त वहां पर ऊर्जा के मूल्यों में वृद्धि के कारण आने वाले जाड़ों में गैस की कमी की संभावना का डर लगा हुआ है। यूक्रेन युद्ध की आड़ में यूरोपीय संघ द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाने से यूरोप के बहुत से उद्योगों पर गंभीर ख़तरे के बादल मंडराने लगे हैं।
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