अर्दोग़ान दो नांव पर हुए सवार! मध्यस्थता की दी पेशकश
(last modified Wed, 11 Oct 2023 10:18:17 GMT )
Oct ११, २०२३ १५:४८ Asia/Kolkata
  • अर्दोग़ान दो नांव पर हुए सवार! मध्यस्थता की दी पेशकश

तुर्क़िए के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने हमास-इस्राईल संघर्ष में मध्यस्थता की पेशकश की है। तुर्क़िए की सरकारी समाचार एजेंसी अनातोली ने बताया है कि अर्दोग़ान ने कहा कि तुर्क़िए अपने राजनयिक प्रयासों को आगे बढ़ा रहा है। अर्दोग़ान ने कहा, "मैं बताना चाहूंगा कि अगर दोनों पक्ष अनुरोध करते हैं तो तुर्क़िए क़ैदियों की अदला-बदली सहित किसी भी तरह की मध्यस्थता के लिए तैयार है।"

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, तुर्क़िए के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने कहा है कि "हम अपने राजनयिक संपर्कों को बढ़ाना जारी रख रहे हैं, जिसे हम कुछ समय से बनाए हुए हैं और पिछले तीन दिनों में और भी तेज़ हो गए हैं।" उन्होंने अंकारा में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता के बाद यह टिप्पणी की। अर्दोग़ान की यह टिप्पणी फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध आंदोलन हमास द्वारा इस्राईल के अपराधों के ख़िलाफ़ की गई जवाबी कार्यवाही के बाद आई है। इस बीच इस्राईल अपनी आतंकी कार्यवाहियों को जारी रखे हुए है और लगातार ग़ाज़ा पर भीषण बमबारी कर रहा है।  अनातोली न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्क़िए के राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि युद्ध एक नैतिक संहिता के अधीन है, "पक्ष इसका अनुपालन करने के लिए बाध्य हैं। जैसा कि हम हमेशा कहते हैं, 'न्यायसंगत शांति में कोई हारा नहीं है'।" अर्दोग़ान ने इस्राईल से फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर बमबारी बंद करने का आग्रह किया और फिलिस्तीनियों से इस्राईल के ख़िलाफ़ जवाबी कार्यवाही रोकने का आह्वान किया।

अर्दोग़ान ने मानवीय विवेक से कार्य करने का आह्वान किया और कहा, "यह उदार क़दम शांति का द्वार भी खोलेगा।" अर्दोग़ान ने कहा, "हवाई और ज़मीनी हमलों से ग़ाज़ा का विनाश, मस्जिदों पर बमबारी और निर्दोष बच्चों, महिलाओं, बुज़ुर्गों नागरिकों की मौतें कभी स्वीकार्य नहीं हैं।" उन्होंने कहा कि तुर्क़िए मानवीय सहायता सामग्री प्रदान करने के लिए आवश्यक तैयारी कर रहा है जिसकी हमास द्वारा इस्राईल के ख़िलाफ़ की गई जवाबी कार्यवाही बाद ग़ाज़ा को आवश्यकता होगी। अर्दोग़ान ने ज़ोर देकर कहा कि क्षेत्र में समस्याओं का समाधान "फ़िलिस्तीनी लोगों को लगातार परेशान करना, उनके जीवन और संपत्ति की सुरक्षा की अनदेखी करना, उनके घरों और ज़मीनों को ज़ब्त करना, उनके बुनियादी ढांचे को नष्ट करना और उनके विकास को रोकना" से नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "हमने हमेशा कहा है और कहते रहेंगे कि हम एक भी निर्दोष व्यक्ति को नुक़सान पहुंचाने की इजाज़त नहीं देते, चाहे वह इस्राईल में हो या फ़िलिस्तीन की भूमि में। हमारी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।" (RZ)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें।

टैग्स