इस्राईल को ब्राज़ील की ज़ोरदार फटकार का मुद्दाः ब्राज़ीलिया ने तेल अबीब से वापस बुलाया अपना राजदूत
इस्राईल में ब्राज़ील के राजदूत फ़्रेडरीको मायर अपने देश वापस जा रहे हैं। ब्राज़ील के मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति लूला डिसिल्वा ने सोमवार की शाम इस्राईल में अपने राजदूत को सलाह मशविरे के लिए वापस बुला लिया है।
इससे पहले ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन के अमानवीय अपराधों के नाते इस्राईल को कसके फटकार लगाई थी और कहा था कि दूसरे विश्व युद्ध में हिटलर ने यहूदियों के साथ जो किया था वही ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन फ़िलिस्तीनियों के साथ कर रहा है। उन्होंने अदीसाबाबा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ग़ज़ा पट्टी में जो हो रहा है वह जंग नहीं है, वह जातीय सफ़ाया है यह सैनिकों के ख़िलाफ़ सैनिकों की लड़ाई नहीं है यह बच्चों और महिलाओं के ख़िलाफ़ पूरी तरह लैस सेना की जंग है।
लालू डिसिल्वा ने कहा कि इतिहास में यह कभी नहीं हुआ एसा केवल तब हुआ जब हिटलर ने यहूदियों को क़त्ल करने का फ़ैसला कर लिया था।
इस बयान के बाद ज़ायोनी शासन के विदेश मंत्री यस्राईल काट्स ने ब्राज़ील के राजदूत को तलब करके आपत्ति जताई थी और कहा था कि ब्राजील के राष्ट्रपति इस्राईल के लिए अप्रिय व्यक्ति बने रहेंगे जब तक कि वो अपना बयान वापस नहीं ले लेते। इसके बाद ब्राज़ील ने भी इस्राईल के राजदूत को तलब करके इस्राईली विदेश मंत्री के बयान पर आपत्ति जताई थी।
इस्राईल ने आरोप लगाया कि ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने होलोकास्ट को कम आंका और यहूदियों का अपमान कर दिया है।
ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने कहा कि इस्राईल को हिटलर के समान बताना लाल रेखा पार करने के समान है।
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