यदि हमने जापानियों का बलिदान न दिया होता, तो विश्व का भविष्य युद्ध से भरा होता! हिरोशिमा परमाणु नरसंहार की बरसी पर चुनिंदा तस्वीरें
पार्सटुडे- 79 साल पहले 6 अगस्त के दिन जापान के हिरोशिमा शहर को अमेरिका ने परमाणु बम से तबाह कर दिया था। एक ऐसा अपराध जिसका असर अब तक जारी है।
6 अगस्त, 1945 को इस देश के तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन के आदेश पर अमेरिकी सेना के एक बी-29 बमवर्षक विमान ने जापानी शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया।
पार्सटुडे के अनुसार, हिरोशिमा पर "लिटिल बॉय" नामक जो बम गिराया गया था, उसके परिणाम में तुरंत हज़ारों लोग मारे गए जबकि उसी वर्ष के अंत और भी दसियों हज़ारों लोग मौत के मुंह में चले गये।
बमबारी के समय, हिरोशिमा में 2 लाख 80 हज़ार से 2 लाख 90 हज़ार तक नागरिक रहते थे जबकि इस शहर में सिर्फ़ 43 हज़ार सैनिक ही तैनात थे। ऐसा अनुमान है कि विस्फोट के बाद चार महीने की अवधि में इस बम के विस्फोट से 90,000 से 166,000 लोगों की मौत हो गई।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग का अनुमान है कि पांच साल बाद भी इस बमबारी के परिणामस्वरूप 2 लाख या उससे अधिक लोग मारे गए होंगे, जबकि हिरोशिमा शहर के अधिकारियों का कहना है कि 2 लाख 37 हज़ार लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जलने और रेडिएशन की बीमारी और कैंसर सहित बम के प्रभाव से मर गए या मारे गए हैं।
तीन दिन बाद, अमेरिका ने जापान के नागासाकी (Nagasaki) की जनता पर "फ़ैट मैन" नामक अपना दूसरा परमाणु बम गिराया। जापानी अधिकारियों के अनुसार, इन दो जापानी शहरों पर अमेरिकी परमाणु हमलों के परिणामस्वरूप लगभग 5 लाख लोग मारे गए और मारे गये ज़्यादातर लोग आम नागरिक थे।
जापान में हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम विस्फोट दुनिया में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का एकमात्र युद्ध है। अमेरिका ने इन बमों के इस्तेमाल के लिए कभी भी माफ़ी नहीं मांगी।
जापान की परमाणु बमबारी के प्रति मुख्यधारा के मीडिया और प्रसिद्ध अमेरिकी इतिहासकारों का बर्ताव, इस अमेरिकी कार्रवाई को पेश करने के उपयोगी हथकंडों के साथ अजीबो ग़रीब कथाएं बयान करनी शुरु कर दी थीं।
उनके मुताबिक अगर अमेरिका ने ऐसा न किया होता तो युद्ध जारी रहता और दुनिया और अधिक युद्धों और हत्याओं में उलझ कर रह जाती।
बेशक, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, अमेरिका ने यह ज़िम्मेदारी संभाली और कोरिया और वियतनाम से लेकर इराक़ और अफगानिस्तान, लीबिया, बाल्कन और लैटिन अमेरिका तक विभिन्न आप्रेशन्स और युद्ध अंजाम दिए।
2023 में प्रकाशित स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान समय में अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इज़राइली शासन सहित नौ देशों और सरकारों के पास परमाणु हथियार हैं।
पार्सटुडे की इस रिपोर्ट में आप अमेरिकी परमाणु बमबारी के बाद हिरोशिमा शहर की तस्वीरें देखेंगे:
कीवर्ड्ज़: जापान और अमेरिका, हिरोशिमा पर परमाणु बमबारी, नागासाकी पर परमाणु बमबारी, अमेरिकी अपराध, परमाणु हथियारों के मालिक, परमाणु हथियार संपन्न देश (AK)
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