टैरिफ़ वॉर से ट्रम्प क्या चाह रहे हैं?
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टैरिफ़ वॉर से ट्रम्प क्या चाह रहे हैं?
पार्सटुडे - पर्यवेक्षकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन और यूरोप के ख़िलाफ ट्रेड वॉर की शुरुआत कर दी है।
वाइट हाउस में अपने दूसरे दिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने 1 फरवरी से अमेरिका में प्रवेश करने वाले चीनी निर्मित सामानों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दे दी है।
पार्सटुडे के अनुसार, ट्रम्प का दावा है कि मेक्सिको और कनाडा में फेंटेनाइल दवाएं भेजने के कारण चीनी सामानों पर कोई टैरिफ़ लागू किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि वह यूरोपीय संघ से आयात पर समान टैरिफ लागू करने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ हमारा व्यापार घाटा 350 अरब डॉलर का है, वे हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार करते हैं, इसलिए उन्हें टैरिफ का इंतेज़ार करना पड़ेगा।
इस संबंध में, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता "माओ निंग" (Mao Ning) ने भी नए अमेरिकी राष्ट्रपति की चीन पर 10 प्रतिशत टैरिफ़ की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: "हमने हमेशा यह माना है कि व्यापार युद्ध या टैरिफ़ वॉर में कोई विजेता नहीं है, चीन अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।
दूसरी ओर, स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच के मौके पर स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सान्चेज़ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की यूरोपीय संघ के ख़िलाफ टैरिफ़ लगाने की धमकी को तथाकथित "ज़ीरो का खेल" क़रार दिया।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि नए अमेरिकी राष्ट्रपति के रुख़ और बयान उनके व्यापारिक साझेदारों पर वाशिंगटन की इच्छा थोपने और वैश्विक आर्थिक और व्यापार व्यवस्था को बाधित करने के प्रयास का संकेत देते हैं। (AK)
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