अफ़गान सिखों पर हमला, दाइश ने ली ज़िम्मेदारी
तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश ने अफ़ग़ानिस्तान के नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में हुए धमाके की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर ली है और कहा है कि उनके इस हमले का लक्ष्य अफ़ग़ान राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी थे।
अफ़ग़ानिस्तान के जलालाबाद शहर में स्थित सिख आबादी वाले इलाक़े में हुए आतंकवादी धमाके में 10 सिखों सहित कम से कम 20 लोग मारे गए और 20 से ज़्यादा घायल हुए हैं। अफ़ग़ान मीडिया के मुताबिक़, जलालाबाद में आत्मघाती हमले में सिखों को निशाना बनाया गया था। हमले के बाद स्थानीय सुरक्षा बलों ने पूरे इलाक़े को अपने घेरे में लेकर छानबीन आरंभ किया दिया है। जबकि यह हमला नंगरहार प्रांत के गवर्नर हाउस के निकट हुआ है।
उल्लेखनीय है कि यह आत्मघाती धमाका अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी द्वारा एक अस्पताल के उद्घाटन के कुछ घंटों बाद ही हुआ। धमाके के बाद, आकाश पर धुएं के बादल बिखरे हुए दिखाई दिए और आसपास की कई इमारते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। अफ़ग़ान अधिकारियों का कहना है कि आत्मघाती हमलावर ने सिख समुदाय द्वारा अफरफ़ ग़नी से मुलाक़ात किए जाने के कारण उन्हें निशाना बनाया है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़ सिखों का एक समूह अफ़ग़ान राष्ट्रपति अशरफ ग़नी से मिलने जा रहा था जो उस समय नंगरहार प्रांत की यात्रा पर थे।
दूसरी तरफ, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलालाबाद में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा है कि इस तरह के आतंकवादी हमले अफ़ग़ानिस्तान की बहु-सांस्कृतिक संरचना पर हमला है। (RZ)