अफ़्रीक़ी मूल के अमरीकी नागरिकों के ताज़ा घाव पर ट्रम्प ने छिड़का नमक, कहा हमें ताक़तवर पुलिस की ज़रूरत...नस्लपरस्ती के लिए बदनाम जगह पर मनाएंगे जश्न
(last modified Fri, 12 Jun 2020 11:24:25 GMT )
Jun १२, २०२० १६:५४ Asia/Kolkata
  • अफ़्रीक़ी मूल के अमरीकी नागरिकों के ताज़ा घाव पर ट्रम्प ने छिड़का नमक, कहा हमें ताक़तवर पुलिस की ज़रूरत...नस्लपरस्ती के लिए बदनाम जगह पर मनाएंगे जश्न

अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कहा कि देश को ताक़तवर पुलिस की ज़रूरत है, साथ ही उन्होंने आज़ादी दिवस की छुट्टी उस शहर में सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की है जो अफ़्रीक़ी मूल के लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस की हिंसा के लिए बदनाम है।

मीडियो रिपोर्टों के अनुसार ट्रम्प ने कहा कि उनकी सरकार पुलिस ट्रेनिंग पर और बजट ख़र्च करेगी साथ ही अल्पसंख्यकों के समाजों में मौजूद छोटी कंपनियों की पूंजी बढ़ाने के लिए भी उपाय किए जाएंगे।

डालास शहर के चर्च में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रम्प ने कहा कि अमरीका को ताक़तवर पुलिस की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि करोड़ो अमरीकियों पर नस्लपरस्ती का आरोप नहीं लगाया जा सकता।

ट्रम्प का बयान तब आया है जब अमरीका भर में पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ प्रदर्शन चल रहे हैं और कई जगहों पर हालात पूरी तरह बेक़ाबू हो गए।

ट्रम्प की इस बात के लिए भी आलोचना की जा रही है कि उन्होंने आने वाले सप्ताह में आज़ादी दिवस के अवसर पर उस शहर में चुनावी सम्मेलन करने की घोषणा की है जो 1921 में अफ़्रीक़ी मूल के लोगों के भयानक नरसंहार के लिए बदनाम है।

ट्रम्प ने 19 जून को ओकलाहोमा के टोलसा शहर में चुनावी सम्मेलन करने का एलान किया है। इस शहर में ट्रम्प को 2016 के चुनावों में 30 प्रतिशत के अंतर से बढ़त मिली थी।

कोरोना वायरस की महामारी फैलने के बाद यह ट्रम्प की पहली चुनावी सभा होगी।

19 जून का दिन अमरीका में दसप्रथा समाप्त किए जाने के संदर्भ में यादगार दिन है और इसको आज़ादी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से अफ़्रीक़ी मूल के अमरीकी जश्न मनाते हैं।

केलीफ़ोर्निया से सेनेटर कमला हैरिस ने इस दिन जश्न रूपी सम्मेलन आयोजित करने के ट्रम्प के फ़ैसले की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया कि यह गोरों की श्रेष्ठता के स्वागत का जश्न है।

टेक्सास से सांसद आलजरीन ने भी ट्वीट किया कि टोलसा में चुनावी सम्मेलन आयोजित करने का ट्रम्प का एलान अफ़्रीक़ी मूल के अमरीकियों के मुंह पर तमाचा मारने से बढ़कर है, यह देश के सर्वोच्च नेता की ओर से खुले आम की जाने वाली नस्लपरस्ती है।

टोलसा में 1921 में गोरों ने हथियारों और विमानों से काले लोगों पर भीषण हमले किए थे।

स्रोतः एजेंसियां

 

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