प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ ट्रम्प की एक और चाल, अमरीकी झंडा जलाने पर सज़ा की मांग
अमरीका के राष्ट्रपति ने इस देश का झंडा जलाने वालों को जेल में डालने का क़ानून पास करने की मांग की है।
डोनल्ड ट्रम्प ने असमानता व नस्लवादी भेदभाव के ख़िलाफ़ अमरीका में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान देश का झंडा जलाए जाने को डेमोक्रेट्स का काम बताया है और ऐसा करने वाले को एक साल के लिए जेल में डालने का क़ानून पास करने की मांग की है। ट्रम्प ने ओकलाहोमा में अपनी एक चुनावी सभा में यह बात कही। उनकी यह चुनावी सभा कोरोना वायरस के फैलाव के कारण काफ़ी विलम्ब से आयोजित हुई।
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि वामपंथी धड़ा देश में अराजकता फैला रहा है। प्रदर्शनकारियों ने 19वीं सदी में अमरीका के एक राष्ट्रपति थाॅमस जेफ़रसन की मूर्ति तोड़ दी और अमरीका की खोज करने वाले क्रिस्टोफ़र कोलम्बस की मूर्ति के सिर को उसके धड़ से अलग कर दिया। डोनल्ड ट्रम्प ने नस्लवाद के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों को अराजक बताया। अमरीका में जब से नस्लवादी भेदभाव के ख़िलाफ़ प्रदर्शन शुरू हुए हैं, तब से अब तक इस देश में दास प्रथा के प्रतीक समझी जाने वाली दसियों मूर्तियों को ध्वस्त किया जा चुका है। (HN)