Sep १८, २०२० १८:१८ Asia/Kolkata
  • अफ़़गान शांति वार्ता अधर में लटक सकती है, तालेबान से वार्ता जटिल बताई गयी

अफ़ग़ानिस्तान की राष्ट्रीय संधि परिषद के प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने तालेबान के साथ शांति वार्ता को बड़ा कठिन व जटिल मुद्दा क़रार दिया है।

अफ़ग़ानिस्तान की आवा न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने कहा कि दोहा वार्ता आसान काम नहीं है और अफ़ग़ान सरकार को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिनके बारे में फ़ैसला करना मुश्किल है।

अफ़ग़ानिस्तान की राष्ट्रीय संधि परिषद के प्रमुख ने विश्वास दिलाया है कि इन वार्ताओं में नागरिकों, महिलाओं और मानवाधिकारों की रक्षा की जाएगी और उनकी स्वतंत्रता और न्याय का पूरा ख़याल रखा जाएगा।

अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने भी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से मुलाक़ात में अफ़ग़ान गुटों के बीच वार्ता का समर्थन करते हुए कहा कि दोनों पक्षों को इस अवसर से लाभ उठाना चाहिए ताकि देश में युद्ध समाप्त हो सके।  

काबुल में ईरान के राजदूत बहादुर अमीनियान ने भी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से मुलाक़ात में कहा था कि ईरान, अफ़ग़ान गुटों के बीच शांति वार्ता का स्वागत करता है।

इसी मध्य दोहा में तालेबान की वार्ताकार टीम के प्रमुख मौलवी अब्दुल हकीम ने कहा है कि दोनों वार्ताकार पक्ष, लगातार दूसरे दिन एक दूसरे से मुलाक़ात कर रहे हैं।

अफ़ग़ान गुटों के बीच शांति वार्ता शनिवार से क़तर की राजधानी दोहा में हो रही है जहां अफ़ग़ान सरकार और तालेबान के प्रतिनिधि मंडल के अतिरिक्त दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं। (AK)

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