अमरीकी सैनिकों के अफ़ग़ानिस्तान से निकलने पर सेना सतर्क
अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी पर इस देश की सेना को सतर्क कर दिया गया है।
जैसे ही अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी का क्रम आरंभ हुआ है, अफ़ग़ानिस्तान की सेना को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है।
तसनीम समाचार एजेन्सी के अनुसार रविवार को अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी के साथ ही इस देश के विभिन्न नगरों में सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राजधानी काबुल के सभी चैक पोस्टों के अतिरिक्त अफ़ग़ानिस्तान के कई नगरों की चेक पोस्टों पर सेना को सतर्क कर दिया गया है।
जानकारों का कहना है कि अमरीकी सैनिकों की वापसी के समय हमलों की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता क्योंकि अफ़ग़ानिस्तान के अधिकांश लोग अपने देश में विदेशी सैनिकों विशेषकर अमरीकी सैनिकों की उपस्थिति के कड़े विरोधी रहे हैं। इसी बीच लाॅंगवार जरनल की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान समय में पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर केन्द्रीय सरकार का नियंत्रण नहीं है। इस देश के केवल 43 प्रतिशत भाग पर भी सरकार का नियंत्रण है जबकि अफ़ग़ानिस्तान के 14 प्रतिशत से अधिक भाग पर तालेबान का नियंत्रण है।
याद रहे कि आतंकवाद से संघर्ष के नाम पर अमरीका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 2001 में अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया था। जितने साल भी विदेशी विशेषकर अमरीकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में उपस्थित रहे उस दौरान इस देश की स्थति हर हिसाब से बिगड़ती चली गई। अमरीकी सैन्य उपस्थिति के 20 वर्षों के बाद भी अफ़ग़ानिस्तान में शांति स्थापित नहीं हो सकी है और इस दौरान हज़ारों निर्दोष लोग अपनी जान गंवा चुके हैं
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडने कह चुके हैं कि 11 सितंबर 2021 तक वे अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों को वापस बुला लेंगे।