ईरान के तालाब-15
क़ूरीगुल तालाब, उत्तर पश्चिमी ईरान में 200 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
यह तालाब, पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत में बुस्तानाबाद इलाक़े में स्थित है। इस इलाक़े की जलवायु अच्छी है, इसीलि गर्मियों के मौसम में यहां बड़ी संख्या में लोग सैर के लिए जाते हैं। क़ूरीगुल या शूरीगुल तुर्की आज़री भाषा का शब्द है, हालांकि कुछ लोग इसे दूरीगुल भी कहते हैं। इस शब्द का अर्थ है, शुद्ध पानी का स्विमिंग पूल। क़ूरीगुल तालाब की सबसे अधिक गहराई 10 मीटर है। यह तालाब, पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। 1354 हिजरी शम्सी में इस तालाब को रामसर कन्वेंशन में अंतरराष्ट्रीय तालाब के रूप में पंजीकृत किया गया। तालाब के इकोलोजिकल महत्व के कारण, इसे संरक्षित क्षेत्र का दर्जा दे दिया गया।

इस तालाब की एक अद्वितीय विशेषता इसका मीठा पानी है। यह तालाब चारो ओर से सूखी ज़मीन से घिरा हुआ है। इसके पानी का महत्वपूर्ण स्रोत, बर्फ़ है। इसी प्रकार, बारिश का पानी, नालों का पानी और भूमिगत सोते इस तालाब के पानी के अन्य स्रोत हैं। तालाब के आसपास का इलाक़ा, अर्ध शुष्क मैदानी इलाक़ा है, यहां थोड़े से घर भी हैं और कृर्षि की भूमि भी है। गावं वाले अपने खेतों की सिंचाई इस तालाब से करते हैं। प्रांत के पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने इस तालाब को सुरक्षित रखने के लिए और इसे सूखने से बचाने के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं। सहंद पर्वतीय श्रृंखला की ऊंचाईयों से तालाब तक पानी पहुंचाने के लिए सबरी चाय नामक नहर खोदी गई है।
अंतरराष्ट्रीय तालाब क़ूरीगुल की एक अन्य विशेषता, वहां जीव जंतुओं का जीवन है। यही कारण है कि यह इलाक़ा, विविध प्रकार के परिंदों और जानवरों के जीवन के लिए एक सुरक्षित स्थान है और यह अध्ययन और शोध के केन्द्र में परिवर्तित हो गया है। इस तालाब में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां और जानवरों की प्रजातियां पाई जाती हैं। क़ूरीगुल तालाब में 100 से अधिक जानवरों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जिसमें 14 प्रकार के रेंगने वाले जंतु, 4 प्रकार के पानी और सूखे में रहने वाले जंतु, 92 प्रकार के परिंदे और एक प्रकार की मछली शामिल है। इस तालाब में पाई जाने वाली काप मछली की गिनती हमलावर मछलियों में होती है। स्तनधारी जानवरों की प्रजातियों में ईरानी जंगली चूहे, खेतों में रहने वाले चूहे, भेड़िया, लोमड़ी और नेवले की ओर संकेत किया जा सकता है।

इस इलाक़े में जीवजंतुओं की अधिकांश प्रजातियां, परिंदों की प्रजातियां हैं। इस झील में और उसके आसपास क़रीब 3500 से 4000 परिंदे देखे जा सकते हैं। यह तालाब, पानी में जीवन व्यतीत करने वाले प्रवासी परिंदों का बसेरा है। इस तालाब में जलीय पक्षियों की 92 प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से सफ़ैद बत्तख़, मरमरी बत्तख़, बलूती बत्तख़, स्पॉटेड गीलनाशाह, काले सिर वाली बत्तख़ और छोटी साही का उल्लेख किया जा सकता है। इसी प्रकार, विभिन्न प्रकार के मेंढक, विभिन्न प्रकार के सांप और बड़ी छिपकलियां इस तालाब में रहती हैं।
उल्लेखनीय है कि तालाब के टीले, बहुत कम पाए जाने वाले मेढ़ा और आर्मेनियाई भेड़ों के गुज़रने का स्थान थे। इस प्रकार के जानवर, प्रांत के पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में स्थित संहद इलाक़े के जानवरों के संपर्क में थे। पिछले दशकों में शहरी विकास और मार्ग में उद्योंगों की स्थापना के कारण, अब यह जानवर इलाक़े में बहुत कम देखे जाते हैं। क़ूरीगुल तालाब में जीव जंतुओं के जीवन की सुरक्षा के उद्देश्य से, 1994 में इसे सुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया गया और यहां शिकार पर पांबदी लगा दी गई।
अंतरराष्ट्रीय क़ूरीगुल तालाब में वनस्पतियों की 280 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इन प्रजातियों में तालाब के आसपास के इलाक़ों में पाई जाने वाली चराई जाने वाली वनस्पतियां भी शामिल हैं। इसके अलावा, तालाब के तटों, मिट्टी और पानी में पाई जाने वाली वनस्पतियां और पानी पर तैरने वाली वनस्पतियों की ओर इशारा किया जा सकता है। तटीय वनस्पतियों में सेज, लुई, बांस आदि का नाम लिया जा सकता है। कम ढलान वाले तट और भारी मिट्टी में यह अधिक पलती बढ़ती हैं, जिससे जानवरों के रहने के लिए उचित वातावरण उत्पन्न हो जाता है।
क़ूरीगुल जलग्रहण क्षेत्र में पाई जाने वाली वनस्पतियों में यारो, शेंग, कॉर्नफ़्लावर, चेरी, पहाड़ी लिली और एक प्रकार के गुलाब का नाम लिया जा सकता है। पानी में तैरने वाली वनस्पतियों में बांस के अलावा भी कई प्रकार की वनस्पतियां हैं।
सुन्दर दृश्यों, विभिन्न प्रकार के परिंदों और जीव जंतुओं के कारण, क़ूरीबाग़ तालाब पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत के लोगों के लिए एक पर्यटन केन्द्र का रूप ले चुका है। इसी प्रकार, जो लोग तेहरान-तबरेज़ हाईवे से गुज़रते हैं, क़ूरीगुल तालाब की प्राकृतिक सुन्दरता से आनंद लेने के लिए यहां ठहरते हैं और मनोरंजन के लिए यहां कुछ समय गुज़ारते हैं।