Mar १६, २०१९ १४:०० Asia/Kolkata

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने कहा है कि अबू हमज़ा सेमाली कहते हैं कि  इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम ने कहा हैः भली बात , मनुष्य के धन को अधिक करती है, आजीविका में वृद्धि होती है और विकास होता है, मनुष्य की मौत टलती है और इन्सान को अपने परिवार और लोगों में लोकप्रिय बनाती है।

यह सब कुछ अच्छी बात करने की वजह से संभव है। अब सवाल उठता है कि अच्छी बात से आशय क्या है? तो हम आप को बता दें कि अच्छी बात का मलतब वह बात होती है जो धर्म और नैतिकता के मापदंडों पर खरी उतरे और इसके साथ ही वह मन मोहक अंदाज़ में कही जाए यदि यह शर्तें पूरी हैं तो उस बात को अच्छी बात कहा जा सकता है और इस प्रकार की बात के लोक परलोक में लाभ मिलेगा। 

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने छात्रों को पढ़ाते समय कहा पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया है कि तुम छे काम करना स्वीकार करो हम तुम्हारे लिए स्वर्ग का वचन देते हैं। जब बात करो तो झूठ न बोलो, जब वादा करो तो उसे पूरा करो, जब तुम्हारे पास अमानत रखी जाए तो उसे हाथ न लगाओ। कोई धन रखवाए , कोई तुम्हें पद दे , ज़िम्मेदारी दे या अपनी कोई बात बताए तो उस का ख्याल रखो और धोखा न दो, जिन चीज़ों को ईश्वर ने देखने से रोका है उस की ओर से अपनी आंखें बंद कर लो , अपनी वासना पर नियंत्रण रखो, अपने हाथ और अपनी ज़बान पर काबू रखो।

पैगम्बरे इस्लाम ने इन सब बातों पर ध्यान रखने को आवश्यक बताया है। आप ध्यान दें अगर मनुष्य इन सब बातों पर ध्यान दे तो समाज कितना अच्छा हो जाए। (Q.A.)