Oct २३, २०२२ १७:१०
शनिवार 22 अक्तूबर को जर्मनी की राजधानी बेर्लिन में यूरोपीय देशों और अमेरिका की बेबसी देखने को मिली। जब इन देशों को बेर्लिन की सड़कों पर समलैंगिकों, अलगाववादियों और पाखंडियों को ईरान के विरोध में उतारना पड़ा। सबसे दिलचस्प बात यह है कि मानवाधिकार का दावा करने वाले यह देश दूसरे देश में दंगा भड़काने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाए हुए हैं।