कश्मीर, बारूदी सुरंग फटने से सुरक्षाकर्मी हताहत, एनकाउंटर में 2 छापामार ढेर, कई वरिष्ठ अधिकारियों के घरों पर छापे...
भारत नियंत्रित जम्मू कश्मीर के ज़िला पुंछ में लाइन आफ़ कंट्रोल के कृष्णा घाटी सेक्टर में एक बारूदी सुरंग के धमाके में एक सैनिक हताहत जबकि दूसरा घायल हो गया।
सरकारी समाचार एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार कृष्णा घाटी सेक्टर के नान्गी टेकरी क्षेत्र में पिछली रात दस बजे एक बारूदी सुरंग का धमाका हुआ जिसमें भारत का सैनिक मारा गया जबकि दूसरा घायल हो गया।
लाइन आफ़ कंट्रोल पर भारत और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच आए दिन फ़ायरिंग का आदान प्रदान भी होता रहता है और दोनों देश एक दूसरे पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप भी लगाते रहते हैं।
दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने छापामारों की एक साज़िश को नाकाम बनाने का दावा किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जानकारी दी कि बांदीपोरा में एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने दो छापामारों को मार गिराया।
पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बांदीपोरा के संबलर इलाक़े के शोकबाबा जंगल में छापामारों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। सुरक्षाकर्मी जब इस इलाके में सर्च अभियान में जुटे थे, तभी छापमारों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सेना ने भी जवाबी कार्यवाही की और दो छापामार मारे गये।
उधर बंदूक लाइसेंस की अवैध बिक्री के सिलसिले में सीबीआई ने आज सुबह जम्मू-कश्मीर में 22 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शाहिद इक़बाल चौधरी का आवास भी शामिल है।
चौधरी इस समय सचिव (जनजातीय मामले) और सीईओ मिशन यूथ, जम्मू-कश्मीर हैं। उन्होंने पहले कठुआ, रियासी, राजौरी और उधमपुर जिलों के उपायुक्त के रूप में काम किया।
उन पर कथित तौर पर अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों को फर्ज़ी नामों के तहत हजारों लाइसेंस जारी करने के आरोप हैं। केंद्रीय एजेंसी कम से कम आठ पूर्व उपायुक्तों की जांच कर रही है।
2012 के बाद से जम्मू-कश्मीर से 2 लाख से अधिक बंदूक लाइसेंस अवैध रूप से जारी किए गए हैं। इसे भारत का सबसे बड़ा गन लाइसेंस रैकेट माना जाता है। पिछले साल आईएएस अधिकारी राजीव रंजन समेत दो अधिकारियों को सीबीआई ने गिरफ़्तार किया था। रंजन और इतरत हुसैन रफ़ीकी ने कुपवाड़ा ज़िले के उपायुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कथित रूप से अवैध रूप से ऐसे कई लाइसेंस जारी किए थे। (AK)
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए