पीएम केयर्स फंड के 304.4 करोड़ रुपये हुए बर्बाद, जानिए कैसे?
(last modified Wed, 10 Nov 2021 05:56:02 GMT )
Nov १०, २०२१ ११:२६ Asia/Kolkata
  • पीएम केयर्स फंड के 304.4 करोड़ रुपये हुए बर्बाद, जानिए कैसे?

विवादित पीएम केयर्स फंड के तहत बांटे गए वेंटिलेटर्स में एक बार फिर से गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं।

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर स्थित श्री महाराजा हरि सिंह हॉस्पिटल को फ़ंड से एक 165 वेंटिलेटर्स दिए गए थे, लेकिन इसमें से सबके सब ख़राब पाए गए हैं।

सूचना का अधिकार क़ानून के तहत प्राप्त की गई जानकारी के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने बताया है कि जब इन वेंटिलेटर्स का टेस्ट किया गया तो ये सही नहीं पाए गए और इसके परिणाम स्वरूप इससे मरीज़ों को कोई फ़ायदा नहीं हुआ।

अस्पताल ने कहा कि इसमें से ज़्यादातर डिवाइस ज़रूरी मानक पर खरे नहीं उतरे थे और ये वेंटिलेटर अचानक से बंद हो जा रहे थे, जो मरीज़ों का जीवन खतरे में डालने के समान है।

श्रीनगर के अस्पताल को भारत वेंटिलेटर्स से 37 यूनिट, ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन लिमिटेड से 125 यूनिट और एजीवीए (AgVa) वेंटिलेटर्स से तीन यूनिट वेंटिलेटर प्राप्त हुए थे, जिसमें से सभी ख़राब निकले थे।

मालूम हो कि ज्योति सीएनसी को 5000 वेंटिलेटर्स देने के लिए पीएम केयर्स फंड से 121 करोड़ रुपये मिले थे। इसी तरह एजीवीए कंपनी को प्रति वेंटलेटर देने के लिए 1.8 लाख रुपये मिले थे। वहीं, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित भारत वेंटिलेटर्स को 30,000 वेंटिलेटर देने के लिए पीएम केयर्स फंड से 1,513.92 करोड़ रुपये मिले थे।

इस आधार पर आकलन करें तो ख़राब निकले कुल 165 वेंटिलेटर्स की कीमत 304.4 करोड़ रुपये होती है, दूसरे शब्दों में पीएम केयर्स फंड का इतना पैसा जनता के किसी काम नहीं आया। (AK)

 

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