इजाज़त के बिना हथियारों के साथ शोभा यात्रा निकली कैसे? ओवैसी ने दिल्ली पुलिस और सरकार की भूमिका पर ज़बरदस्त सवाल उठाये
हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में हुई हिंसा को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली पुलिस की भूमिका पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। ओवैसी ने कहा-बिना इजाजत यात्रा निकली कैसे?
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ओवैसी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर के बयान का हवाला देते हुए कहा कि सी ब्लॉक जहांगीरपुरी में बिना अनुमति के कैसे निकाली गई? बिना अनुमति के यात्रा निकाली गई और उसमें पिस्तौल और तलवार लहराई गई। इस दौरान दिल्ली पुलिस के जवान मूक दर्शक बनकर देखते रहे? आपने बिना अनुमति के शोभा यात्रा निकलने कैसे दी?
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि शोभा यात्रा के दौरान हथियारों का प्रदर्शन क्यों किया गया? यात्रा के दौरान भड़काऊ नारे लगाए गए। भगवा झंडों को फहराने की कोशिश क्यों की गई? गौरतलब है राकेश अस्थाना से पूछा गया था कि जहांगीर पुरी मे क्या इसलिए दंगा भड़का क्योंकि कुछ लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडा लहराने की कोशिश की थी? जवाब में राकेश अस्थाना ने भगवा झंडे फहराए जाने की घटना को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था किसी ने शोभा यात्रा के दौरान मस्जिद पर भगवा झंडा लहराने की कोशिश नहीं की।
असदुद्दीन ओवैसी ने धार्मिक जुलूस के दौरान हथियार लाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि सांप्रदायिक हिंसा तब होती है जब सरकार चाहती है कि यह हो। उन्होंने कहा कि हथियारों के साथ जुलूस निकाला गया और दिल्ली पुलिस चुप बैठी रही।
ओवैसी ने सवाल उठाया कि पुलिस की इजाजत के बिना इतना बड़ा जुलूस कैसे निकाला गया? जुलूस में शामिल लोगों के हाथों में सैंकड़ों तलवारें थी, मस्जिद पर धार्मिक झंडा लगाने की कोशिश हुई और वहीं से सारा झगड़ा शुरू हुआ। ओवैसी ने कहा कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरावाल ने मुसलमानों को आरोपी बता दिया। "केजरीवाल ने कहा कि मुसलमानों ने पत्थर फेंके, चुनाव आते हैं तो आप सबके वोट लेते हैं लेकिन जब ऐसा मामला सामने आया तो अपना असली चेहरा दिखा दिया"। उन्होंने कहा कि दिल्ल सरकार चाहती तो दंगा नहीं होता।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में गिरफ्तार हुए अंसार को लेकर बोले कि वो अंसार जिसने बच्चे को रोका और समझाया, दिल्ली पुलिस ने उसी को मुख्य आरोपी बना दिया। औवैसी ने कहा कि अंसार, जिसे आरोपी बना रहे हैं उसने उल्टा हालात को कंट्रोल किया। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली सरकार और मोदी सरकार पर आरोप लगा रहा हूं कि मामले में मुसलमानों की एकतरफा गिरफ्तारियां हो रही हैं।
ज्ञात रहे कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकली थी जिसके दौरान दो समुदायों के बीच विवाद हो गया था और दोनों तरफ से पथराव हुए थे। पुलिस ने इस मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। आरोपियों में से दो लोग पुलिस कस्टडी में हैं जबकि 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जहांगीरपुरी हिंसा की हर एंगल से जांच के लिए 14 टीमों का गठन किया है।
पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें। पुलिस कमिश्नर ने कहा है- हम सोशल मीडिया पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। जो भी सोशल मीडिया पर फर्जी खबर या ट्वीट कर लोगों को भड़काने के इरादे से किसी तरह की अफवाह को फैलाता नजर आएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। MM
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