किसानों का आंदोलन जारी, फिर मुलाक़ात करेंगे केन्द्रीय मंत्री
भारत में किसान संगठनों का आंदोलन जारी है जबकि तीन केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पियूष गोयल और नित्यानंद राय 15 फ़रवरी को भी किसान नेताओं से मुलक़ात कर रहे हैं।
14 फ़रवरी को भी किसान नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों के बीच बातचीत हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका था।
किसान एमएसपी पर क़ानून और कर्ज़ माफ़ी जैसे विषयों की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार ने उनसे जो वादे किए थे वो पूरे नहीं किए गए।
हरियाणा और पंजाब के शंभू बार्डर पर किसानों पर पुलिस ने रबड़ की गोलियां फ़ायर कीं और ड्रोन विमानों का इस्तेमाल करके आंसू गैस की शेलिंग की।
हरियाणा सरकार किसानों को दिल्ली कूच करने से रोक रही है।
किसानों का कहना था कि दो साल गुज़र चुके हैं मगर अब तक कुछ नहीं हुआ, वही किसान अब मोदी सरकार को उसका वादा याद दिलाने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं मगर उन्हें रोका जा रहा है।
किसानों ने यह भी कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कह दिया है कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो किसानों की बुनियादी मांगें मान ली जाएंगी।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों की मांगें पूरी करना ही नहीं चाहती।
वहीं कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार से मांग की कि वे किसानों को दिल्ली जानें दी और जिन किसानों को गिरफ़तार किया गया है उन्हें रिहा करें।
कर्नाटक के किसानों को मध्यप्रदेश की सरकार ने गिरफ़तार किया है। यह किसान बंगलूरू से दिल्ली जा रहे थे और भारत सरकार की किसान विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करना चाहते थे।
पश्चिमी बंगाल के मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा दरअस्ल रावण की सरकार चला रही है जिसने सारी सीमाएं पार कर दी हैं। उन्होंने विधान सभा में बोलते हुए कहा कि किसान आंदोलन कर रहे हैं और देश जल रहा है जबकि भाजपा को चिंता ही नहीं है।
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