सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने मीडिया पर हमला किया
भारत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश कुरियन जोसेफ ने मीडिया पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र, संविधान और सच की रक्षा करने में विफल रहा है।
रिटायर्ड जस्टिस जोसेफ ने कहा कि किसी को भी बाहर आ रहे तथ्यों का निडर और सच्चा संस्करण नहीं मिलता है और लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा झटका यह है कि चौथे स्तंभ ने देश को हताश किया है।
कैंपेन फॉर ज्युडिशियल एकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स द्वारा आयोजित एक सेमिनार में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सम्मेलन से पहले हमने काफ़ी कुछ चीज़ों पर चर्चा की लेकिन जिन भी चीजों पर हमने चर्चा की, क्या हम उन्हें किसी मीडिया में पढ़ते हैं, क्या हम डिजिटल मीडिया में कुछ निजी संस्थानों को छोड़कर किसी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में देखते हैं।
जस्टिस जोसेफ ने कहा कि हमें सामने आने वाले तथ्यों का कोई निडर, सच्चा संस्करण नहीं मिलता। लोकतंत्र पर सबसे बड़ा आघात यह है कि चौथे स्तंभ ने देश को हताश किया है, पहले तीन स्तंभों के बारे में भूल जाइए। चौथा स्तंभ मीडिया है और वे लोकतंत्र की रक्षा करने में विफल रहे हैं, वे संविधान की रक्षा करने में विफल रहे हैं, वे सच्चाई का बचाव करने में विफल रहे हैं।
जस्टिस जोसेफ ने कहा कि इसलिए हमें समर्थन करने की ज़रूरत है, हमें खड़ा होने की जरूरत है, हमें बोलने की जरूरत है, हमें सतर्क रहने की ज़रूरत है और हमें कम से कम उन कुछ ह्विसिलब्लोअर्स के साथ रहने की ज़रूरत है जो देश में बचे हैं, और जैसा कि मैं देखता हूं, केवल उनसे ही उम्मीद बाकी है। (AK)
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