मोदी सरकार इस्राईल को ड्रोन देने के बजाए, ज़ायोनी शासन से संबंध तोड़े, एचआरएफ़
एक भारतीय मानवाधिकार समूह ने एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि भारत सरकार को इस्राईल के साथ संबंध तोड़ लेने चाहिए, जो ग़ज़ा में आम नागरिकों का नरसंहार कर रहा है।
ह्यूमन राइट्स फ़ोरम एचआरएफ़ ने इस रिपोर्ट के मीडिया में आने के बाद कि एक भारतीय कंपनी ने ग़ज़ा में संभावित इस्तेमाल के लिए इस्राईल को लड़ाकू ड्रोन दिए हैं, भारत सरकार से ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों को समाप्त करने की मांग की है।
शुक्रवार को जारी एक बयान में एचआरएफ़ ने कहा कि भारतीय नागरिक ग़ज़ा में इस्राईल के हमलों पर भारत की कमज़ोर राजनयिक प्रतिक्रिया के साथ ही हथियारों का व्यापार जारी रखने से नाराज़ हैं।
बयान में कहा गया है कि हम मांग करते हैं कि भारत सरकार इस्राईल के साथ ऐसे सभी समझौतों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दे। हम इस्राईली सेना के हाथों हर दिन फ़िलिस्तीनी बच्चों, महिलाओं और आम नागरिकों क़त्लेआम के गवाह बन रहे हैं।
एचआरएफ़ का कहना थाः शर्मनाक रूप से भारत ने अभी तक इस्राईल के साथ मौजूदा व्यापारिक सौदों को रद्द नहीं किया है और न ही फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ इस्राईल की हैवानियत की स्पष्ट रूप से निंदा की है। msm