चीन, न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने के लिए भारत को विशिष्टता देने का विरोधी
चीन का कहना है कि वह परमाणु अप्रसार संधि के समस्त सदस्यों की न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप के लिए सदस्यता के लिए समान सिद्धांतों का समर्थन करता है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार चीनी अधिकारियों के दिए गये बयान के अनुसार चीन ने अब तक क़ज़ाक़िस्तान में शुक्रवार को समाप्त होने वाली योजना बैठक में भारत की अपील पर विचार किया।
चीनी प्रवक्ता के हवाले से भारतीय रिपोर्टस में कहा गया है कि भारत के न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने का मामला क़ज़ाक़िस्तान की राजधानी नूर सुल्तान में होने वाली बैठक के एजेन्डे में शामिल नहीं था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग परमाणु अप्रसार के सदस्य देशों के बारे में उच्चस्तीय बैठक में भाग लेने के बाद का भारत के 48 देशों पर आधारित इस संगठन में शामिल होने के बारे में विचार करेगा।
दूसरी ओर चीन ने इस मामले पर अन्य सदस्य देशों के साथ सहमति की अवधि देने से भी इन्कार कर दिया। चीन अपने दृष्टिकोण पर मज़बूती से अड़ा हुआ है कि एनपीटी पर हस्ताक्षर करने वाले देशों को ही न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
ज्ञात रहे कि भारत और पाकिस्तान ने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। (AK)