सीएए के ख़िलाफ़ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाली रिसर्च स्टूडेन्ट्स सफ़ूरा ज़र्गर तिहाड़ जेल में
भारत में जामिया मिल्लिया की रिसर्च स्टूडेन्ट्स को ऐसी हालत में आतंकवाद निरोधक क़ानून के तहत जेल भेजा गया है कि वह गर्भवती हैं।
अलजज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक़, सफ़ूरा ज़र्गर ने पवित्र रमज़ान का पहला दिन दिल्ली की तिहाड़ जेल में गुज़ारा।
दिल्ली पुलिस ने 27 साल की गर्भवती सफ़ूरा ज़र्गर को 10 अप्रैल को गिरफ़्तार किया था। पुलिस ने उन्हें 2019 के ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों की रोकथाम वाले क़ानून के तहत गिरफ़्तार किया।
सफूरा ज़र्गर जामिया समन्वय कमेटी की सदस्य हैं। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में विवादित नागरिकता संशोधन क़ानून सीएए के ख़िलाफ़ कई हफ़्तों तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था।
इस बारे में सफ़ूरा ज़र्गर के शौहर ने बताया कि जैसे जैसे शिशु के जन्म लेने का वक़्त क़रीब हो रहा था वैसे वैसे सफ़ूरा ज़र्गर ने अपनी गतिविधियों को कम कर दिया था जबकि कोरोना वायरस के बाद उन्होंने ज़रूरी काम के अलावा घर से निकलना भी बंद कर दिया था। वह ज़्यादातर घर से काम करती थीं।
ग़ौरतलब है कि नई दिल्ली की तिहाड़ जेल भारत की सबसे ज़्यादा घनी जेल है, जहां क़ैदियों की तादाद उसकी गुंजाइश से दुगुनी है।(MAQ/N)