लद्दाख़ में भारत-चीन टकराव पर मोदी को मनमोहन की सलाहः शब्दों का चयन सावधानी से करें
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने भारत-चीन सीमा पर तनाव के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सावधानी से शब्दों के इस्तेमाल की सलाह दी है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि गलवान घाटी में भारत के 20 सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाना चाहिए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टर सिंह ने कहा है कि भ्रामक प्रचार और झूठे दावों से सच को नहीं दबाया जा सकता। उन्होंने गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प पर सरकार को संबोधित करते हुए अपने एक बयान में कहा है कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति और मज़बूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता। उन्होंने कहा है कि पिछलग्गू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठे दावों से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि मौजूदा सरकार के फ़ैसले और क़दम यह तय करेंगे कि भविष्य उनका आकलन कैसे करता है।
डॉक्टर मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को सलाह देत हुए कहा है कि उन्हें अपने शब्दों व एलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बहुत सावधान रहना चाहिए। डॉक्टर सिंह ने अपने बयान में 15-16 जून को मारे जाने वाले 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन सैनिकों ने अंतिम सांस तक मातृभूमि की रक्षा की, उनका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डॉक्टर मनमोहन सिंह के इस बयान पर ट्वीट करते हुए कहा है कि उन्हें आशा है कि प्रधानमंत्री मोदी उनकी सलाह पर विचार करेंगे। (HN)