चीन ने एलएसी पर चौथी जगह सेना बढ़ाई, सैन्य उपकरण भी पहुंचाए,बॉटलनेक इलाक़े को हथियाने का इरादा
(last modified Thu, 25 Jun 2020 10:22:09 GMT )
Jun २५, २०२० १५:५२ Asia/Kolkata
  • चीन ने एलएसी पर चौथी जगह सेना बढ़ाई, सैन्य उपकरण भी पहुंचाए,बॉटलनेक इलाक़े को हथियाने का इरादा

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख़ में ख़ास तौर पर तीन स्थानों गलवान घाटी, पैंगोंग सो और हॉट स्प्रिंग्स में तनाव कम होता नज़र नहीं आ रहा है। इस बीच चीन ने लाइन ऑफ़ ऐक्चुअल कंट्रोल एलएसी पर चौथा मोर्चा भी खोल दिया है।

जनसत्ता के मुतबिक़, चीनी सेना ने उत्तर में डेपसांग प्लेन्स को इलाक़े को पार कर लिया है। यह जगह कूटनीति की नज़र से भी बहुत अहम है, क्योंकि दौलत बेग ओल्डी एयरस्ट्रीप से इसकी दूरी सिर्फ़ 30 किलोमीटर ही है। माना जा रहा है कि चीन इसके ज़रिए लाइन ऑफ़ ऐक्चुअल कंट्रोल एलएसी को विवादित जगह से पश्चिम की ओर ढकेलना चाहता है।

सूत्रों के मुताबिक़, चीनी फ़ौज ने डेपसांग प्लेन्स के Y-जंक्शन या बॉटलनेक इलाक़े में भारी तादाद में फ़ौजी तैनात कर दिऐ हैं। फ़ौजियों के साथ साथ भारी वाहन और विशेष सैन्य उपकरण भी शामिल हैं।

बॉटलनेक का इलाक़ा एलएसी के 18 किलोमीटर भारत के भीतर की तरफ़ पड़ता है। चीनियों का कहना है कि एलएसी यहां पर 5 किलोमीपटर पश्चिम में है। दूसरे शब्दों में बॉटलनेक का पूरा इलाक़ा चीन का है।

जनसत्ता के मुताबिक़, भारतीय सेना के मीडिया विभाग से इस बारे में जब पूछा गया तो एक अफ़सर ने कहा कि इस रिपोर्ट की न तो पुष्टि की जा सकती है और न ही नकारा जा सकता है।

बॉटलनेक डेपसांग प्लेन्स में इतना तंग दर्रा है कि दोनों तरफ़ पहाड़ियों की वजह से किसी वाहन का आना जाना भी मुश्किल है।

चीनी सेना ने अप्रैल 2013 में इस इलाक़े में टेंट लगा दिए थे। उस वक़्त दोनों देशों की सेनाओं के बीच 3 हफ्ते तक आमना-सामना जारी रहा था और कूटनैतिक स्तर पर बातचीत के बाद दोनों सेनाएं वापस लौटी थीं। (MAQ/N)

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