चीन अपनी बात पर अड़ा, उच्च स्तरीय वार्ता भी विफल, संसद में आज बड़ा बयान दे सकते हैं रक्षामंत्री
भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध जारी है और विदेशमंत्री स्तर की वार्ता का भी कोई असर नहीं पड़ा।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार दोनों विदेश मंत्रियों की बातचीत दस सितम्बर को मॉस्को में हुई थी। वार्ता के बाद अब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति अपरिवर्तनीय बनी हुई है।
भारत के सरकारी सूत्रों का कहना है कि वार्ता के बाद से एलएसी पर शांति बनी हुई है। चीनी सैनिकों द्वारा कोई बड़ा मूवमेंट नहीं देखा गया है। चीनी सैनिकों ने अपना निर्माण और सैनिकों की तैनाती में भी कोई बदलाव नहीं किया है।
पिछले दिनों ब्रिगेड कमांडरों की बैठक में दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बैठक करने पर सहमति बनी थी। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल शांति बनी रहे और सारे मुद्दों को बातचीत के जरिए हल किया जाए, यही प्राथमिकता है।
भारत के सूत्रों के का कहना है कि नई दिल्ली का कहना है कि उसने कहीं भी एलएसी को बदलने का प्रयास नहीं किया है जो भी रणनीतिक पोजिशन भारतीय सेनाओं ने ली है, वह चीन के ग़ैर ज़रूरी और आक्रामक मूवमेंट को रोकने के लिए की गई है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा का मुद्दा जटिल है और इसे हल करने में समय लगेगा लेकिन दोनों पक्षों के हित में यही है कि अप्रैल की स्थिति को बहाल करते हुए सीमा मुद्दे पर वार्ता जारी रखें।
दूसरी ओर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को संसद में ब्योरा दे सकते हैं। (AK)
ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए