चीन के साथ तनाव के बीच भारतीय विदेशमंत्री का बयान, सैनिकों की क्षमताओं पर भरोसा करें
पूर्वी लद्दाख़ की सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच भारत के विदेशमंत्री का कहना है कि सशस्त्र बलों की क्षमताओं पर विश्वास करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि देश के सशस्त्र बल अपने हितों की रक्षा की क्षमता रखते हैं। भारतीय विदेशमंत्री ने कहा कि चीनियों से बातचीत करने में प्रणाली सैन्य कमांडरों और कूटनीतिक माध्यमों की क्षमता पर भी विश्वास करने की ज़रूरत है।
एक भारतीय चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि यह एक ख़ास तरीके से होने वाला है। कुछ चीजें होंगी जो चीन ने की हैं। कुछ प्रतिक्रिया होगी जो भारत ने की है।
उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि मीडिया हर चीज़ जानने के लिए विवश है लेकिन दुर्भाग्य से वास्तविक जीवन कुछ अलग है। इसलिए कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। वहां एक जटिल ज़मीनी स्थिति है। उन्होंने कहा कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए।
ज्ञात रहे कि उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख़ में तनाव तब बढ़ गया जब गलवान घाटी में 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक मारे गये थे। (AK)
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