चीन के साथ बढ़ते तनाव पर भारतीय विदेशमंत्री का बयान, समान विचारधारा वाले देश मिलकर निकालें समाधान
भारत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हम नियमों पर आधारित वैश्विक व्यवस्था, क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता के लिए सम्मान और विवादों के शांतिपूर्वक समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने टोक्यों में आयोजित क्वाड्रीलेटरल सिक्यॉरिटी डायलॉग की दूसरी मंत्रीस्तरीय बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस साल की घटनाओं ने दिखाया है कि कैसे समान विचारधारा वाले देशों के लिए अनिवार्य है कि चुनौतियों का साथ मुक़ाबला किया जाए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक में कहा कि जीवंत और बहुलवादी लोकतंत्र और साझा मूल्यों के साथ हमारे देशों ने सामूहिक रूप से मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के महत्व पर जोर दिया है।
भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि देश वैश्विक चुनौतियों के सामूहिक समाधान, महामारी से दुनिया के बाहर निकलने और बहुपक्षीय संस्थानों सुधार को लेकर आशान्वित है।
इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिसे पायने, जापान के विदेश मंत्री तोशीमित्सु मोतेगी और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भी शामिल हुए।
बैठक का एजेन्डा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए मुक्त और खुली व्यवस्था सुनिश्चत करना था। (AK)
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