स्वीडन मुसलमानों के लिए बना जेल, पवित्र क़ुरआन के अनादर पर ईरान ने अपनाया कड़ा रुख
(last modified Tue, 19 Apr 2022 03:57:26 GMT )
Apr १९, २०२२ ०९:२७ Asia/Kolkata
  • स्वीडन मुसलमानों के लिए बना जेल, पवित्र क़ुरआन के अनादर पर ईरान ने अपनाया कड़ा रुख

वियना में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों व संस्थाओं में ईरान के स्थाई राजदूत ने कहा है कि स्वीडन मुसलमानों के लिए जेल में बदल गया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, टीवी चैनल टीआरटी वर्ल्ड ने हाल ही में कुछ ऐसी तस्वीरों और वीडियोज़ को प्रकाशित किया है कि जिसमें दिखाया गया है कि एक व्यक्ति स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का अनादर करते हुए इस पवित्र किताब को आग के हवाले कर रहा है। जो व्यक्ति पवित्र क़ुरआन की प्रतियों को जला रहा है वह डेनमार्क में कट्टरपंथी दक्षिणपंथी पार्टी का नेता रैस्मस पैलडन था। रैस्मस पैलडन ने कुछ दिनों पहले स्वीडन के एक मुस्लिम बहुल इलाक़े में कथित रूप से पवित्र क़ुरआन की एक प्रति जलाई थी और कहा था कि वह अपनी रैली के दौरान पवित्र क़ुरआन की और प्रतियां जलायेगा। रैस्मस द्वारा किए गए नफ़रत भरे इस कृत्य के ख़िलाफ़ स्वीडन समेत दुनिया भर के देशों विशेषकर इस्लामी जगत से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।

स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का अनादर किए जाने के बाद जारी प्रदर्शन

स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का अनादर किए जाने पर इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय ने रमज़ान के पवित्र महीने में पवित्र कुरआन को जलाये जाने की कड़ी भर्त्सना की और इस संबंध में स्वीडन सरकार की ज़िम्मेदारी को याद दिलाया और इस देश की सरकार का आह्वान किया है कि वह इस प्रकार के अपमान जनक काम को बंद करने और उसके न दोहराए जाने के संबंध में कठोर क़दम उठाए। ईरान ने इस संबंध में कड़ा रुख अपनाते हुए तेहरान में तैनात स्वीडन के प्रभारी राजदूत को विदेशमंत्रालय में तलब भी किया। इस मामले में वियना में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों व संस्थाओं में ईरान के स्थाई राजदूत काज़िम ग़रिबाबादी ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनादर से दुनिया के दो अरब से अधिक मुसलमानों की भावनाएं व आस्थाएं आहत हुई हैं और कहा कि इस प्रकार का कृत्य अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरूपयोग है और खेद के साथ कहना पड़ता है कि यह कार्य स्वीडन की पुलिस के समर्थन से हुआ है और इससे पूरी दुनिया के मुसलमानों के नज़र में स्वीडन की तस्वीर ख़राब होगी। ग़रिबाबादी ने कहा कि धार्मिक धार्मिक पवित्रता का अनादर व अपमान किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे यूरोप में धार्मिक असहिष्णुता बढ़ रही है  और स्वीडन अब मुसलमानों के लिए एक जेल परिवर्तित हो गया है। (RZ)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए

टैग्स