अमेरिका और तीन यूरोपीय देशों का असली चेहरा फिर आया सामने, आईएईए में पारित प्रस्ताव को ईरान ने किया खारिज
तेहरान ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में ईरान के ख़िलाफ़ अमेरिका और तीन यूरोपीय देशों द्वारा पारित प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य ईरान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी में तेहरान विरोधी प्रस्ताव को लाने वाले देशों ने ईरान में दंगे भड़काकर तेहरान पर दबाव बनाने की साज़िश रची थी, लेकिन उनके हाथ लगी नाकामी से वे बौखला गए और उसके बदले में वे आईएईए में ईरान विरोधी प्रस्ताव ले आए। बता दें कि गुरुवार 17 नवंबर को आईएईए के कार्यकारी बोर्ड ने अमेरिका और तीन पश्चिमी देशों द्वारा लाए गए प्रस्ताव को पारित कर दिया, जिसमें ईरान पर अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ आवश्यक सहयोग न करने का आरोप लगाया गया है। इस बीच प्रस्ताव के लिए हुई वोटिंग में रूस और चीन ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान किया।
इस बीच आईएईए में ईरान के राजदूत, मोहसिन नज़ीरी असल ने चेतावनी दी है कि यह प्रस्ताव उस सहयोग को बाधित करेगा जो उनका देश इतने लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ करता आया है। उन्होंने कहा, हमारा दृढ़ विश्वास है कि इस प्रस्ताव से कुछ हासिल नहीं होगा। यह प्रस्ताव ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ और अधिक प्रतिबंध लगाने के बहाने के रूप में पारित किया गया है। इससे पहले बुधवार को, आईएईए के कार्यकारी बोर्ड द्वारा प्रस्ताव पेश या पारित किए जाने से पहले, ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने बैठक से पहले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह शांतिपूर्ण बताया था और क्लीन चिट भी दी थी, लेकिन फिर आईएईए के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में ईरान के ख़िलाफ़ पारित प्रस्ताव से अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की इच्छाशक्ति की कमी और उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह का लगना ज़रूरी हो गया है। (RZ)
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