ईरान ने क्यों आईएईए के निरिक्षकों के लाइसेंस रद्द किए?
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के कई अनुभवी निरीक्षकों के लाइसेंस रद्द करने की इस्लामी गणतंत्र ईरान की कार्रवाई के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक के बयान के जवाब में कहा कि ईरान की हालिया कार्रवाई ईरान और एजेन्सी के बीच होने वाले सेफ़गार्ड समझौते के आधार पर है।
शनिवार 16 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने एक आधिकारिक बयान जारी किया और कहा कि ईरान ने एजेंसी के कुछ सबसे अनुभवी निरीक्षकों की गतिविधियों लाइसेंस रद्द करने का फ़ैसला किया है जिन्हें ईरान में सत्यापन के लिए भेजा गया था। उनका कहना था कि यह अनुभवी निरिक्षक परमाणु अप्रसार सुरक्षा समझौते के तहत गतिविधियां कर रहे थे।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक ने ईरान से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और एजेंसी के साथ तेहरान के सहयोग के रास्ते पर दोबारा लौटने की अपील की है।
ग्रॉसी द्वारा उल्लेखित निरीक्षकों की संख्या आठ है और उनके पास फ्रांसीसी और जर्मन की नागरिकताएं हैं। ईरान के निर्णय के अनुसार, ये आठ लोगों की, जिनके पास कई बार ईरान की यात्रा करने का वीज़ा भी था, और वे एजेंसी के नियमित निरीक्षण के लिए किसी भी समय ईरान का दौरा कर सकते थे, डी-डेज़िनेशन की नियुक्ति रद्द कर दी गई है और अब वे तेहरान की यात्रा और इस देश की परमाणु गतिविधियों का निरिक्षण नहीं कर सकते। दूसरे शब्दों में यूं कहा जा सकता है कि तेहरान ने एक तरह से निरिक्षण का उनका लाइसेंस रद्द कर दिया है।
हालांकि आईएईए के सदस्य देश आम तौर पर परमाणु अप्रसार संधि एनपीटी के तहत अपनी परमाणु गतिविधियों का दौरा करने के लिए नियुक्त निरीक्षकों को वीटो कर सकते हैं लेकिन अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का दावा है कि तेहरान का निर्णय सामान्य प्रक्रियाओं से हटकर है।
राफेल ग्रॉसी भी मानते हैं कि ईरान का फ़ैसला ग़ैरकानूनी नहीं था। ग्रॉसी ने ज़ोर देकर कहा कि हालांकि सैद्धांतिक रूप से और एजेंसी से संबंधित समझौतों के आधार पर, ईरान को ऐसी अनुमति दी गई थी लेकिन यह फ़ैसला एकतरफ़ा, अनुपातहीन और अभूतपूर्व है। उनका दावा है कि ईरान ने जो किया वह ग़लत दिशा में एक और क़दम" है और यह एक अनावश्यक कार्यवाही थी जिससे पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों को एक और झटका लगा है।
इन सबके बावजूद अपने फ़ैसले का बचाव करते हुए इस्लामी गणतंत्र ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी पर अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की निगरानी गतिविधियों का "राजनीतिकरण" करने का आरोप लगाया है।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी के बयान के जवाब में कहा कि खेद की बात यह है कि एजेन्सी के साथ इस्लामी गणतंत्र ईरान की सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका और निरंतर वार्ता की प्रक्रिया के बावजूद तीन यूरोपीय देश और अमेरिका विस्तार वादी लक्ष्यों के साथ और ईरान और आईएईए के के बीच सहयोग के माहौल को नष्ट करने के उद्देश्य से अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए बोर्ड आफ़ गवर्नर्स का दुरुपयोग कर रहे हैं।
कनआनी की टिप्पणी एजेंसी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की हालिया त्रैमासिक बैठक से पहले राफेल ग्रॉसी के बयानों और यूरोपीय ट्राइका के हालिया बयानों की ओर एक इशारा है जो इस बैठक के मौके पर जारी किया गया था।(AK)
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए