अमरीकी कांग्रेस के बिल पर ईरान ने राष्ट्र संघ में उठाया सवाल
ईरान ने अमरीकी कांग्रेस के हालिया बिल की शिकायत संयुक्त राष्ट्र संघ में की है जिसमें ईरान के विरुद्ध प्रतिबंधों की अवधि में विस्तार किया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ में इस्लामी गणतंत्र ईरान के प्रतिनिधि ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने महासचिव बान की मून के नाम पत्र लिखकर कहा है कि अमरीकी कांग्रेस से ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों की अवधि बढ़ाने वाले बिल की मंज़ूरी परमाणु समझौते के विपरीत है अतः इसका उल्लेख सुरक्षा परिषद के लिए बान की मून की अगली रिपोर्ट में ज़रूर किया जाना चाहिए।
ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने अपने पत्र में लिखा कि ईरान के विरुद्ध प्रतिबंधों को वर्ष 2026 तक बढ़ाना परमाणु का उल्लंघन के तहत अमरीकी द्वारा स्वीकार की गई प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन है।
इस पत्र में ईरान ने कहा है कि अमरीका परमाणु समझौते के तहत प्रतिबद्ध हुआ था कि वह इस समझौते के लक्ष्यों से विरोधाभास रखने वाले किसी भी प्रतिबंध की न तो अवधि बढ़ाएगा और न ही कोई नया प्रतिबंध लगाएगा। जबकि अमरीकी कांग्रेस में आईएसए बिल का पास होना अमरीका की प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन है अतः इस नकारात्मक क़दम के दुष्परिणामों की ज़िम्मेदारी अमरीका पर होगी।
पत्र में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव परमाणु समझौते के सभी देशों विशेष रूप से अमरीका से यह मांग करें कि वह अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करे।