ट्रम्प को ईरानी राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिएः रूहानी
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि जेसीपीओए के उल्लंघनकर्ता ने पतन के मार्ग का चयन किया है।
डाक्टर हसन रूहानी ने कहा है कि जेसीपीओए कोई द्विपक्षीय समझौता नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी देश परमाणु समझौते का हनन करता है उसने वास्तव में स्वयं ही पतन का मार्ग चुन लिया है।
ईरान के राष्ट्रपति ने बुधवार को न्यूयार्क में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात बल देकर कही है कि परमाणु समझौते से निकलने के ट्रम्प के फैसल का अमरीकी और योरोयी राष्ट्र कदापि समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने मंगलवार को राष्ट्रसंघ की महासभा में ट्रम्प के अपमानजनक और ईरान विरोधी भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि अब वे ट्रम्प द्वारा ईरानी राष्ट्र से क्षमा मांगने का इन्तेज़ार कर रहे हैं।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि खेद की बात है म्यांमार में जातीय सफाए की कार्यवाही जारी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में संयुक्त राष्ट्रसंघ को कड़े फैसले लेने चाहिए।
डा. रूहानी ने संवाददाता सम्मेलन में आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में ईरान की ओर से इराक़, सीरिया और लेबनान के समर्थन का उल्लेख करते हुए कहा कि तेहरान ने व्यवहारिक रूप में दिखा दिया कि आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में वह कितना गंभीर है।