भूकंप पीड़ितों के दुख में बराबर के भागीदार हैंः वरिष्ठ नेता
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश की तीनों पालिकाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में बल दिया कि व्यवहारिक मैदान में भूकंप पीड़ितों के साथ अधिकारियों की सहानुभूति और पूरी ताक़त के साथ जनता की सहायता का क्रम जारी रहना चाहिए ताकि जनता की समस्या और दुख कम हों।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने मंगलवार की रात देश की तीनों पालिकाओं के प्रमुखों और देश के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में किरमानशाह क्षेत्र के भूकंप की कटु घटना पर खेद प्रकट करते हुए भूकंप की इस घटना को ईश्वरीय परीक्षा और अधिकारियों के ज़िम्मेदारी अदा करने का मैदान बताया।
उन्होंने कहा कि इन दो दिनों के दौरान राष्ट्रपति सहित देश के विभिन्न अधिकारी भूकंपग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और उन्होंने भूकंप पीड़ितों से सहृदयता व्यक्त की और आशा है कि यह सहानुभूति और सहृदयता व्यवहारिक मैदान में भूकंप पीड़ितों के साथ अधिकारियों की सहानुभूति और पूरी ताक़त के साथ जनता की सहायता का क्रम जारी रहेगा ताकि मौसम के ठंडे होने के कारण जनता के दुख दर्द और समस्याएं कम हों।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से प्रभावित होने के कारण मुसलमानों की रगों में प्रेम और स्नेह का ख़ून दौड़ने लगता है। उन्होंने कहा कि इस घटना के कारण सभी लोग सहायता के लिए दौड़ पड़े और प्रेम और भाईचारे के इस प्रभाव से ईश्वर की कृपा किरमानशाह की साहसी जनता और समस्त ईरानियों के साथ है।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम किरमनशाह की साहसी जनता के दुख में बराबर के भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि दुख और प्यारों का बिछड़ना बहुत कटु और कठिन है किन्तु आशा है कि ईश्वर पीड़ित परिजनों को शांति प्रदान करे और अपनी कृपा और दया से उनकी आंखों को प्रकाशमयी बनाए।
ज्ञात रहे कि ईरान के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले भीषण भूकंप में अब तक 432 लोगों के हताहत और 7817 लोगों के घायल होने की सूचना है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि किरमानशाह के 12 हज़ार घर पूरी तरह तबाह हो गये हैं। (AK)