ईरान ने यमन संकट के समाधान के लिए सुझाव पेश किया
संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने बल देकर कहा है कि यमन संकट के संबंध में तेहरान का दृष्टिकोण वार्ता और शांति है और वह हर प्रकार की बमबारी का विरोधी है।
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार ग़ुलाम अली खुश्रो ने राष्ट्रसंघ में अमेरिकी राजदूत निकी हेली के ईरान विरोधी निराधार दावों की प्रतिक्रिया में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि खेद के साथ कहना पड़ता है कि सऊदी अरब सहित कुछ देशों ने यमन पर भूख, बीमारी और निर्धनता थोप रखी है और वे यमनी राष्ट्र को खत्म कर देना चाहते हैं किन्तु इस देश के लोग ज़ोरज़बरदस्ती और बमबारी के मुकाबले में डटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका को चाहिये कि वह सऊदी अरब को हथियारों की बिक्री बंद कर दे क्योंकि हथियारों की बिक्री से अमेरिका को जो लाभ हो रहा है उससे वह यमनी बच्चों की जानों से खेल रहा है।
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब यमन में जो अपराध कर रहा है अमेरिका उसमें शामिल है और वह अपनी सम्मिलित पर पर्दा डालने की चेष्टा में है।
राष्ट्रसंघ में ईरान के राजदूत ने बल देकर कहा कि तेहरान विरोधी अमेरिकी प्रदर्शनी का एक लक्ष्य आम जनमत का ध्यान बैतुल मुकद्दस के मुद्दे से हटाना है। राष्ट्रसंघ में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने गुरूवार को दावा किया था कि ईरान सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन करके सऊदी अरब को लक्ष्य बनाने के लिए हथियार और मिसाइल यमनी हूसियों को दे रहा है।
रोचक बात यह है कि निकी हेली ईरान विरोधी दावा एसी स्थिति में कर रही हैं जब अमेरिका सऊदी अरब के हाथों हथियारों की बिक्री कर रहा है और ढ़ाई वर्ष से अधिक समय से यमन पर सऊदी अरब के पाश्विक हमले जारी हैं और सुरक्षा परिषद की अनुमति के बिना ये हमले जारी हैं और अमेरिका की हरी झंडी से ये हमले आंरभ हुए और जारी हैं। MM