Dec २८, २०२० २३:०८ Asia/Kolkata
  • महिलाओं के लिए ड्राइविंग की मांग करने वाली सऊदी महिला, आतंकवाद विरोधी क़ानून के अन्तर्गत जेल में

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उस सऊदी महिलाअधिकार कार्यकर्ता की तत्काल आज़ादी की मांग की है जिसे आतंकवाद विरोधी क़ानून के अन्तर्गत जेल में डाल दिया गया है।

सऊदी अरब में महिलाओं के लिए ड्राइविंग की मांग करने वाली एक महिला कार्यकर्ता को आतंकवाद विरोधी क़ानून के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार कार्यालय ने एक बयान जारी करके सऊदी अरब के अधिकारियों से इस देश की एक महिलाअधिकार कार्यकर्ता, "लजीन अलहज़लूल" की तत्काल रिहाई की मांग की है।  

रेयाज़ के एक न्यायालय ने सोमवार को अपने एक अन्यायपूर्ण फैसले में इस देश की 31 वर्षीय महिला कार्यकर्ता, "लजीन अलहज़लूल" को 5 साल 8 महीनों की सज़ा सुनाई है।  सऊदी अरब की इस मश्हूर महिला कार्यकर्ता को कथित तौर पर आतंकवाद के विरुद्ध बनाए गए इस देश के क़ानून के अन्तर्गत यह सज़ा सुनाई गई है।  "लजीन अलहज़लूल" की बहन "उलिया अलहज़लूल" ने बताया कि बहुत सी बातों को स्वीकार कराने के लिए मुझपर दबाव डाला जा रहा है और मेरी मानसिक एवं शारीरिक स्थिति बहुत ख़राब है।

याद रहे कि 31 साल की सऊदी महिला अधिकार कार्यकर्ता अलहज़लूल पिछले ढाई वर्षों से जेल में हैं।  सऊदी सरकार के निकट उनका एक अपराध यह भी है उन्होंने महिलाओं के लिए वाहन चालने की अनुमति की मांग की थी।  सऊदी शासन ने इस मांग को राष्ट्रीय हितों को नुक़सान पहुंचाने वाला बताया है।

26 अक्तूबर से उन्हें अपने परिवार वालों से संपर्क करने की भी अनुमति नहीं है जिसके विरोध में अलहज़लूल ने भूख हड़ताल कर रखी है।  मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि सऊदी अरब में महिला अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज़ उठाने वाली अलहज़लूल पर जो आरोप लगाए गए हैं वे झूठे और निराधार हैं।

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