Dec २०, २०२० १७:०७
ग्रेग कार्लस्ट्रोम ने एकॉनोमिस्ट में लिखा है कि कई दशकों से तेल पैदा करने वाले अरब देश, समस्या में हैं, जब तेल की क़ीमत कम होती है तो कहते हैं कि तेल पर अपनी निर्भरता कम करेंगे जब सच्चाई यह है कि जब तेल की क़ीमत कम होती है तो वह भारी खर्चे वाले सुधार कार्यक्रम को आगे नहीं बढ़ा सकते। फिर उत्पादन कम हो जाता है, मांग बढ़ जाती है और क़ीमत फिर से ठीक हो जाती है। कई दशकों से यही सिलसिला चल रहा है।