अलहूल छावनी पर बढ़ा मोसाद का नियंत्रण
इराक़ के एक सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया है कि सीरिया में स्थित अलहूल छावनी पर मोसाद का नियंत्रण बढ़ता जा रहा है।
अलहूल नामक छावनी, इराक़ से मिलने वाली सीरिया की सीमा के निकट स्थत है। इराक़ और सीरिया में आतंकवादी गुट दाइश की इसको सबसे बड़ी छावनी के रूप में माना जाता है।
बिक्र अलवान ने बताया कि दाइश के आतंकवादियों के रहने के स्थल के रूप में अलहूल छावनी के चारों छोर पर इस्राईल की गुप्तचर सेवा मोसाबा का प्रभाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अमरीका द्वारा बनाई जाने वाली यह छावनी अब अन्तर्राष्ट्रीय गुप्तचर एजेन्सियों के लिए एक भू-राजनीतिक उपकरण के रूप में परिवर्तित हो चुकी है। इसमें आतंकवादी गुट दाइश के एक हज़ार नौ सौ से अधिक आतंकवादी रहते हैं।
यह वे आतंकवादी हैं जो न केवल इस क्षेत्र में बल्कि पूरी दुनिया में हड़कंप मचा सकते हैं। इस इराक़ी विशेषज्ञ का कहना है कि गहन समीक्षा के बाद यह बात स्पष्ट हुई कि मोसाद से संबन्धित एजेन्ट, अलहूल छावनी में सक्रिय हैं। वे यहां के आतंकवादियों का संचालन करते हैं और अपने प्रभाव का प्रयोग करते हुए वे आतंकवादियों को आत्मघाती कार्यवाहियों के लिए कहीं भी भिजवा सकते हैं।
अलवान ने बताया कि अलहूल छावनी से सबसे बड़ा नुक़सान अबतक इराक़ को हुआ है। उन्होंने एक गंभीर ख़तरे की ओर संकेत करते हुए कहा कि आतंकियों के नेतृत्व में यहां पर मौजूद हज़ारों बच्चे प्रशिक्षित किये जा रहे हैं। यहा काम पिछले दो वर्षों से रुका नहीं है।
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