हार से बौखलाए इस्राईल ने क़ुरआन का किया अनादर, ईरान ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
प्रतिरोधक बलों के जियालों के हाथों लगातार मिल रही हार से बौखलाए कट्टरपंथी आतंकी ज़ायोनियों ने पवित्र क़ुरआन का अनादर किया है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, हालिया दिनों में एक ओर आतंकी इस्राईली सेना जहां लगातार फ़िलिस्तीनियों को अपने पाश्विक हमलों का निशाना बना रही है तो वहीं फ़िलिस्तीनी जियाले भी आतंकी ज़ायोनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। इस बीच अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में मौजूद अवैध कॉलोनियों में रहने वाले कट्टरपंथी ज़ायोनियों ने दक्षिण नाबलस के ओरीफ़ नामक एक क़स्बे की मौजूद मस्जिद पर हमला कर दिया। इस हमले में कट्टरपंथी ज़ायोनियों ने मस्जिद में मौजूद पवित्र क़ुरआन की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। कट्टरपंथी ज़ायोनियों ने इसी तरह रामल्ला और नाबलस में कुछ फ़िलिस्तीनियों के घरों, कारों और कृषि उत्पादों को भी आग लगा दी।
इस बीच पवित्र क़ुरआन के अनादर की ख़बर से दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कट्टरपंथी अवैध कॉलोनी वासियों द्वारा अंजाम दिए गए इस निंदनीय कार्य की कड़े शब्दों में आलोचना की है। ईरान के विदेश मंत्रलाय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने अपने ट्वीट में कहा है कि मस्जिदों पर कट्टरपंथी ज़ायोनियों के क्रूर हमले, पवित्र क़ुरआन का अपमान, घरों का ध्वस्तिकरण, बच्चों, महिलाओं और असहाय फ़िलिस्तीनियों की प्रतिदिन होती हत्याएं इस बात के संकेत हैं कि यह अवैध और नक़ली शासन किसी भी लाल रेखा का पालन नहीं करता है और न ही किसी भी धार्मिक पवित्रताओं और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने से परहेज़ करता है। नासिर कनआनी ने कहा कि हर दिन अवैध ज़ायोनी शासन द्वारा फ़िलिस्तीन की जनता पर किए जाने वाले पाश्विक हमलों और जघन्य अपराधों को अंजाम देने के लिए जहां से उसे साहस मिलता है वह है पश्चिमी देशों और मानवाधिकार संगठनों की चुप्पी। (RZ)
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