मक्का क्रेन दुर्घटना मामले की अदालती कार्यवाही शुरु हुयी
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12 सितंबर 2015 को सऊदी अरब के मक्का शहर में पवित्र स्थल मस्जिदुल हराम में हाजी उस क्रेन के पास से गुज़रते हुए जो एक दिन गिरा था
सऊदी अरब में 2015 की मक्का क्रेन दुर्घटना की अदालती कार्यवाही शुरु हो गयी है।
सऊदी सरकार ने 14 मुलज़िमों के ख़िलाफ़ अदालती कार्यवाही शुरु की जिन्हें उस क़सूर के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया जो पिछले साल पवित्र शहर मक्का के पवित्र स्थल मस्जिदुल हराम में क्रेन गिरने की घातक दुर्घटना का कारण बना।
सितंबर 2015 में मक्का में हज के संस्कार के समय मस्जिदुल हराम में निर्माण कंपनी का बहुत बड़ा क्रेन गिर पड़ा था जिसमें 100 हाजी हताहत और 200 अन्य घायल हुए थे।
न्याय के कटहरे में खड़े लोगों पर सुरक्षा उपाय नज़रअंदाज़ करने, जनसंपत्ति बर्बाद करने और मौत का कारण बनने वाली लापरहवाही बरतने का आरोप लगा है।
मुलज़िमों में कई अरब देशों तथा पाकिस्तान, फ़िलिपीन और कैनडा के नागरिक शामिल हैं। इसी प्रकार इन मुलज़िमों में एक सऊदी अरबपति भी है जिसके बारे में समझा जाता है कि विशालकाय निर्माण कंपनी बिन लादेन ग्रुप का सदस्य है। इसी कंपनी ने मस्जिदुल हराम में क्रेन लगाया था।
मुलज़िमों ने अपने ऊपर लगे आरोप को ख़ारिज करते हुए बल दिया कि क्रेन दुर्घटना का कारण ख़राब मौसम था।
अदालत ने अगले महीने फिर से सुनवाई का आदेश दिया है।
ज्ञात रहे ईरान के हज विभाग के अनुसार, मक्का क्रेन दुर्घटना में हताहत होने वालों में 11 ईरानी हाजी थे। इसी प्रकार इस घटना में 32 ईरानी हाजी घायल भी हुए थे। (MAQ/N)