मोसिल के पश्चिमी क्षेत्र की आज़ादी का अभियान आरंभ
मोसिल के पश्चिम में दाइश के अतिग्रहण वाले चार- पांच महत्वपूर्ण क्षेत्रों का परिवेष्टन, सीरिया में मौजूद दाइश के तत्वों से उनके संपर्क को काट देना, मोसिल के पश्चिम में दाइश के अंत करने की कार्यवाही का महत्वपूर्ण बिन्दु है।
इराकी सेना और स्वयं सेवी बलों ने मोसिल नगर के पश्चिम में आतंकवादी गुट दाइश के नियंत्रण में बाकी बचे क्षेत्रों की आज़ादी के लिए गम्भीर कार्यवाही आरंभ कर दी है।
मोसिल के पश्चिम में चार- पांच महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जो अभी आतंकवादी गुट दाइश के नियंत्रण में हैं और इराकी सुरक्षा बलों ने शुक्रवार से इन क्षेत्रों की आज़ादी के लिए अभियान आरंभ कर दिया है।
आतंकवादी गुट दाइश के तत्व जब इराकी सुरक्षा बलों के ठिकानों की ओर जाते हैं तो वे आम नागरिकों का प्रयोग मानवीय ढ़ाल के रूप में करते हैं और यह वह विषय है जिसने किसी सीमा तक इराकी सुरक्षा बलों की कार्यवाहियों को प्रभावित किया है और इराकी सुरक्षा बलों का प्रयास है कि आम नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचे और जिन क्षेत्रों में दाइश के तत्व बाकी रह गये हैं वहां से उनका सफाया कर दिया जाये।
मोसिल के पश्चिम में दाइश के बाकी बचे तत्वों का अंत करने में स्वयं सेवी बल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह बल तलआफर के मोर्चे पर जमे हुए हैं और उन्होंने इराक- सीरिया सीमा को बंद कर दिया है ताकि दाइश के तत्व मोसिल से भाग कर सीरिया न जा सकें।
इन क्षेत्रों में स्वयं सेवी बलों के क्रिया- कलाप तेज़ और प्रभावी रहे हैं। इस प्रकार से कि उसने शनिवार को दाइश के नियंत्रण से कई क्षेत्रों को आज़ाद करा लिया। मोसिल के पश्चिम में जो क्षेत्र अब भी दाइश के अतिग्रहण में हैं उनकी स्वतंत्रता के अभियान में स्वयं सेवी बल प्रभावी व महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मोसिल के पश्चिम में दाइश के अतिग्रहण वाले चार- पांच महत्वपूर्ण क्षेत्रों का परिवेष्टन, सीरिया में मौजूद दाइश के तत्वों से उनके संपर्क को काट देना, मोसिल के पश्चिम में दाइश के अंत करने की कार्यवाही का महत्वपूर्ण बिन्दु है।
बहरहाल अलअंबार प्रांत सहित विभिन्न क्षेत्रों को दाइश के अतिग्रहण से स्वतंत्र कराने और दाइश को पराजित करने में स्वयं सेवी बलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और निभा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में आतंकवादी गुट दाइश द्वारा मोसिल नगर पर अतिग्रहण के बाद इराक के वरिष्ठ शीया धर्मगुरू आयुल्लाह सैयद अली सीस्तानी के आदेश से स्वयं सेवी बल का गठन हुआ था और इस समय वह दाइश के अंत के प्रतीक में परिवर्तित हो गया है। MM