मूसिल की आज़ादी दाइशी मिशन को विफल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कामयाबी
लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के प्रमुख सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा है कि इराक़ी बलों ने मूसिल में जो सफलताएं अर्जित की हैं वह बहुत बड़ी विजय है हालांकि कुछ लोग इसका महत्व कम करने की कुचेष्टा में हैं।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इराक़ में धार्मिक नेतृत्व का फ़तवा इराक़ में मिलने वाली महान सफलतों का निर्णायक मोड़ था, इस फ़तवे ने इराक़ियों का संशय समाप्त करके ठोस रणनीति का आधार तैयार कर दिया।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इस फ़तवे ने जिसका समर्थन शीया व सुन्नी सभी धर्मगुरुओं ने किया, इराकियों के सामने मौजूद ख़तरे और शत्रु को निर्धारित कर दिया और इराक़ी बलों को बहुत बड़ा सहारा मिल गया।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि सबसे पहली बात तो यह है कि यह इराक़ियों की बहुत कठिन परीक्षा थी जिसने इराक़ियों को बहुत बड़े फ़ितने के सामने ला खड़ा किया था, वातावरण में निराशा और संशय था लेकिन नजफ़ से वरिष्ठ धर्गुरू आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी का जेहाद के वाजिब होने का फ़तवा आया जो बाद की महान सफलताओं के लिए निर्णायक मोड़ साबित हुआ।
हिज्बुल्लाह के प्रमुख ने कहा कि दूसरी महत्वपूर्ण बात यह थी कि इस फ़तवे ने यह निर्धारित कर दिया कि शत्रु दाइश है जिससे लड़ना है और दाइश से लड़ते हुए मारा जाना वाला व्यक्ति शहीद होगा।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि तीसरी चीज़ यह है कि आयतुल्लाह सीस्तानी का यह फ़तवा केवल शीयों के लिए नहीं था बल्कि इराक़ी राष्ट्र के हर वर्ग और हर समुदाय के लिए था।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इराक़ के भीतर और बाहर हर एक को यह समझना चाहिए कि मूसिल में मिलने वाली विजय उसकी अपनी विजय है। उन्होंने कहा कि मूसिल का आज़ादी दाइशी मिशन को विफल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
सैयद हसन नसरुल्लाह नेक हा कि मूसिल में मिलने वाली विजय सभी इस्लामी व अरब राष्ट्रो की सुरक्षा से संबंधित है। उन्होंने इराक़ी राष्ट्र का आहवान किया कि शेष क्षेत्रों को भी दाइशी तत्वों से पूरी तरह आज़ाद कराना पहली प्राथमिकता हो हालांकि कुछ तत्व इस बीच यह कोशिश ज़रूर करेंगे कि इराक़ियों का ध्यान कहीं और केन्द्रित हो जाए।