सऊदी अरब के जानेमाने क़बीले के सरदार सलाखों के पीछे
सऊदी अरब सरकार की नीतियों की आलोचना के आरोप में एक जानेमाने सऊदी क़बीले के सरदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
सऊदी अरब के सुरक्षाबलों ने इस देश के एक मश्हूर क़बीले "अलउतैबा" के सरदार को सरकार की नीतियों की आलोचना के आरोप में गिरफ़्तार करके जेल में डाल दिया है।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार "फैसल बिन सलमान बिन जहजाह" को ट्वीटर पर सरकार की नीतियों विशेषकर वर्तमान आर्थिक स्थिति की आलोचना के आरोप में पकड़ा गया है। सुरक्षा बलों के अनुसार अलउतैबा के सरदार ने देश की विषम आर्थिक परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए सरकार की आलोचना की है।
ज्ञात रहे कि जबसे मुहम्मद बिन सलमान ने सऊदी अरब के युवराज का पद संभाला है तब से इस देश में व्यापक स्तर पर गिरफ़्तारियों का क्रम आरंभ हो चुका है। गिरफ़्तार किये जाने वालों में सऊदी अरब के शहज़ादे, व्यापारी, धर्मगुरू, सामाजिक कार्यकर्ताओं से समाज के हर वर्ग के लोग शामिल हैं।
सऊदी अरब में गिरफ़्तारियों का यह क्रम एेसी स्थिति में जारी है कि जब संसार के मानवाधिकार संगठन, गिरफ़्तार किये जाने वालों की तत्काल आज़ादीकी मांग कर रहे हैं। इससे पहले कनाडा के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके सऊद महिला कार्यकर्ता "इस्रा अलग़मग़ाम" के विरुद्ध फांसी की सज़ा का विरोध किया है। रेयाज़ के विशेष आपराधिक न्यायालय में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष से इस्रा अलग़मग़ाम तथा अन्य पांच अभियुक्तों को आतंकवाद विरोधी क़ानून के अन्तर्गत फांसी देने की मांग की थी।