नेतनयाहू का दावा, इस्राईल, सऊदी सहित  कई अरब देशों का महत्वपूर्ण घटक
(last modified Tue, 01 Jan 2019 15:17:44 GMT )
Jan ०१, २०१९ २०:४७ Asia/Kolkata
  • नेतनयाहू का दावा, इस्राईल, सऊदी सहित  कई अरब देशों का महत्वपूर्ण घटक

ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतनयाहू का कहना है कि इस्राईल, ईरान के ख़िलाफ़ सऊदी अरब सहित कई अरब देशों का महत्वपूर्ण घटक है।

तसनीम समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस्राईली प्रधानमंत्री बिनयामीन नेतनयाहू ने अपने ब्राज़ील दौरे के दौरान मंगलवार को एक स्थानीय टीवी चैनल को दिए साक्षातकार में दावा किया कि इस्राईल, ईरान के ख़िलाफ़ सऊदी सहित कई अरब देशों के सीधे संपर्क में है और यह सभी देश तेल अवीव के महत्वपूर्ण घटक हैं।

 

ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री नेतनयाहू ने कहा कि क्षेत्र में ईरान के ख़िलाफ़ इस्राईली प्रयास इस बात का कारण बने हैं कि आज अरब जगत उनके साथ खड़ा है और तेल अवीव के साथ अरब देशों के संबंधों में काफ़ी सुधार आया है। याद रहे कि ज़ायोनी शासन के अवैध अस्तित्व के आरंभ से कभी भी इस शासन के साथ सऊदी अरब के आधिकारिक संबंध नहीं थे परंतु गुप्त रूप से ज़ायोनी शासन के साथ सदैव आले सऊद के संबंध थे और सऊदी अरब ने हमेशा क्षेत्र में ज़ायोनी शासन की नीतियों के अनुसार ही क़दम उठाए हैं।

 

इस बीच जब ब्राज़ीली टीवी चैनल के पत्रकार ने भविष्य में इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ शांति वार्ता की संभावना के संबंध में प्रश्न किया तो ज़ायोनी प्रधानमंत्री का कहना था कि अगर ईरान हमें तबाह करने के मज़बूत इरादे पर बाक़ी रहता है तो मेरी ओर से वार्ता के लिए साफ़ इंकार है।

 

इस्राईली प्रधानमंत्री के इस बयान पर अरब जगत के कुछ टीकाकारों का कहना है कि अतिग्रहणकारी व विस्तारवादी ज़ायोनी शासन के साथ संबंध रखने का अर्थ इस्लामी जगत के आम जनमत के निकट रेड लाइन को पार करना है और अब जबकि सऊदी अरब, बहरैन और कुछ अन्य मुस्लिम देश इस रेड लाइन को पार चुके हैं और उन्होंने इस्राईल को हरी झंडी दिखा दी तो बहुत जल्द इन देशों के शासकों को इन्हीं के देश की जनता इस धोखे के लिए सबक़ सिखाएगी। (RZ)

 

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