एंटीवायरल गोली 'मोल्नुपिराविर' ब्रिटेन ने दी सशर्त मंज़ूरी
ब्रिटेन ने कोविड-19 के सफल इलाज में मददगार मानी जा रही विश्व की पहली एंटीवायरल गोली 'मोल्नुपिराविर' के सशर्त उपयोग को मंज़ूरी दी है।
ब्रिटेन वह पहला देश है जिसने 'मोल्नुपिराविर' से कोरोना के उपचार को उपयुक्त माना है। हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि यह गोली कितनी जल्द उपलब्ध होगी।
संचार माध्यमों के अनुसार 18 साल और इससे अधिक उम्र के कोरोना संक्रमित ऐसे लोगों को इस गोली के उपयोग करने की मंजूरी दी गई है जिनमें कम से कम एक ऐसा कोई कारक नजर आ रहा है जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है। इस दवा का नाम 'मोल्नुपिराविर' है।
कोविड के हल्के-फुल्के संक्रमण वाले व्यक्तियों को यह गोली दिन में दो बार लेनी पड़ेगी। यह एंटीवायरल गोली कोरोना के लक्षणों को कम कर देती है और तेजी से स्वस्थ होने में मदद करती है। अस्पतालों पर बोझ कम करने तथा गरीब देशों में संक्रमण पर अंकुश लगाने में यह टेबलेट मददगार हो सकती है। इस गोली से महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए जरूरी दो तरीकों, औषधि और रोकथाम में मददगार होगी।
अमेरिका, यूरोप और कुछ अन्य देशों में संबंधित नियामक इस दवा की समीक्षा कर रहे हैं। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पिछले महीने कहा था कि वह इस गोली की सुरक्षा और असर के बारे में पता करने के लिए नवंबर के आखिर में एक पैनल की बैठक बुलाएगा। औषधि निर्माता कंपनी 'मर्क' ने इस दवा को विकसित किया है।
अक्टूबर में ब्रिटिश अधिकारियों ने घोषणा की थी कि उन्होंने 'मोल्नुपिराविर' की 480,000 खुराक हासिल की हैं। ब्रिटेन के अधिकारियों के अनुसार सर्दियों के मौसम में इनसे हजारो लोगों के उपचार में मदद मिलने की उम्मीद है।
कोरोना के उपचार में सहायक गोली के बारे में ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावीद ने कहा है कि यह हमारे देश के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि ब्रिटेन दुनिया का वह पहला देश है जिसने ऐसे एंटीवायरस को मंजूरी दी है जिसे कोविड के उपचार के लिए घर पर ही लिया जा सकता है। ज्ञात रहे कि ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना के मरीज़ों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है।