Aug १५, २०२३ १५:३१ Asia/Kolkata
  • चीन का एक कद़म, अमेरिका और पश्चिमी देशों की हुई नींद हराम! ली पहुंचे रूस और जाएंगे बेलारूस

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने चीन के साथ रिश्‍तों को एक नया मोड़ दिया है। अब चीन ने अपने रक्षा मंत्री को रूस और उसके क़रीबी बेलारूस की आधिकारिक यात्रा पर भेजा है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू रूस के दौरे पर पहुंचे हैं। उनकी यात्रा यह बताने के लिए काफ़ी है कि चीन इन स्थितियों में रूस और बेलारूस के साथ है। जानकारों का कहना है कि अमेरिका पश्चिमी देशों के साथ मिलकर यूक्रेन युद्ध के बीच ही रूस और बेलारूस को अलग-थलग करने में लगे हुए हैं। ऐसे में चीनी रक्षा मंत्री का वहां पहुंचना एक बड़ी चुनौती हो सकता है। शांगफू ने सोमवार से अपना छह दिनों का दौरा शुरू किया है। इस दौरान वह कई अधिकारियों से मुलाक़ात करेंगे और कई अहम मुद्दों पर वार्ता भी करेंगे। चीन के रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर दौरे के बारे में जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने बताया कि ली शांगफू छह दिनों के रूस दौरे पर हैं। इस दौरान वह मास्को में आयोजित एक अंतर्राष्‍ट्रीय सुरक्षा सम्‍मेलन में शामिल होंगे। साथ ही रूस और बाक़ी देशों के रक्षा मंत्रियों से भी मुलाक़ात करेंगे। रूस की आधिकारिक तास न्‍यूज़ एजेंसी की तरफ़ से बताया गया है कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण मामलों को लेकर एक विस्तार पूर्वक संबोधन भी करने वाले हैं। एजेंसी की ओर से यह भी जानकारी दी गई है कि क़रीब 100 देशों और आठ अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों को भी इस सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीनी और रूसी नेताओं ने कई मुद्दों पर अलग-अलग तरीक़ों से रणनीतिक संपर्क बनाए रखा है। उन्‍होंने बताया कि द्विपक्षीय सहयोग और आपसी हितों के मुद्दों समेत व्यापक विषयों पर संपर्क बना हुआ है। उनकी मानें तो दोनों देश नए युग में चीन-रूस व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदारी को आगे बढ़ाते रहेंगे। बता दें कि यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले रूस के राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतीन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों देशों के बीच दोस्‍ती की कोई सीमा नहीं है। ली शांगफू की रूस यात्रा को अमेरिका समेत पश्चिमी देश एक चुनौती के रूप में देख रहे हैं। चीन की तरफ से बताया गया है कि ली बेलारूसी नेताओं से मुलाक़ात करेंगे साथ ही कुछ मिलिट्री फैसिलिटीज़ का दौरा भी करेंगे। चीन यूक्रेन जंग के बीच भी रूस के साथ मज़बूत आर्थिक, राजनयिक और व्यापारिक संबंध बनाए रखे हैं। (RZ)

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