Feb ०९, २०२४ ११:३२ Asia/Kolkata
  • क़ुराने मजीद का अनादर करने वाले अपराधी के स्वीडन से निर्वासन पर अदालत की मोहर

स्वीडन की एक अदालत ने मुसलमानें के सबसे पवित्र ग्रंथ क़ुराने मजीद का अनादर करने वाले एक इराक़ी नागरिक को देश से बाहर निकालने के प्रशासन के फ़ैसले पर मोहर लगा दी है।

स्वीडन में शरण हासिल करने का प्रयास करने वाले इराक़ी मूल के सलवान मोमिका ने पिछले साल पुलिस सुरक्षा में कई बार सरेआम क़ुराने मजीद का अनादर किया था। लेकिन अब स्वीडिश सरकार ने मोमिका को स्वीडन से निर्वासित करने का फ़ैसला लिया है।

मोमिका ने स्टॉकहोम में एक मस्जिद के सामने क़ुराने मजीद को जलाया था, जिसके बाद पूरे स्वीडन में और दुनिया भर में मुसलमानों ने प्रतिक्रिया जताई थी।

अभिव्यक्ति की आज़ादी के बहाने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत किए जाने की अनुमति और इस तरह का अपराध करने वालों को संरक्षण दिए जाने पर कई मुस्लिम देशों ने आधिकारिक रूप से स्वीडन के सामने आपत्ति जताई थी और मुसलमानों ने स्वीडन के बहिष्कार का एलान किया था।

स्वीडन पर पड़ने वाले अभूतपूर्व दबाव के बाद, स्वीडिश सरकार ने मोमिका के रेसिडेंशियल परमिट और शरण लेने के दस्तावेज़ों की जांच की जिसमें कई अनियमिताएं पाई गईं।

अब स्वीडन की एक अदालत ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को ख़तरे में डालने वाले मोमिका को देश से निकलाने के फ़ैसले पर मोहर लगा दी है। msm

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